पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर चीन की ओर मोल्डो में सोमवार को हुई भारत-चीन के शीर्ष सैन्य अधिकारियों के बीच बातचीत सकारात्मक रही है। इसके बाद दोनों देशों की सेनाओं ने पूर्वी लद्दाख से पीछे हटने पर सहमति जताई है।
भारतीय सेना ने मंगलवार को कहा, ‘कॉर्प्स कमांडर स्तर की वार्ता भारत-चीन के बीच सोमवार को सौहार्दपूर्ण, सकारात्मक और रचनात्मक माहौल संपन्न हुई। दोनों देशों की सेनाओं ने सहमति जताई है कि वे पीछे हटेंगी।’
पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय सेना और चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के एक हफ्ते बाद, दोनों पक्षों के शीर्ष सैन्य अधिकारियों ने एलएसी पर सोमवार को मैराथन बैठक की थी। दोनों अधिकारियों के बीच तकरीबन 12 घंटे तक चली इस बैठक में सीमा पर जारी तनाव को कम करने को लेकर बात की गई थी। भारत ने चीनी सैनिकों से उसी स्थान पर वापस जाने को कहा, जहां पर वे अप्रैल महीने की शुरुआत में थे।
इस बैठक से परिचित दो अधिकारियों ने बताया कि भारत ने चीनी पक्ष से सीमा पर चल रहे तनाव को खत्म करने को लेकर आश्वासन की मांग की है। उन्होंने कहा था कि इस बातचीत का उद्देश्य फिंगर एरिया, गोगरा पोस्ट-हॉट स्प्रिंग्स और गलवान घाटी में पहले की यथास्थिति को बहाल करना था।