प्रदेश के 25 जिलों में फर्जी दस्तावेजों से शिक्षिका की नौकरी करने वाली चर्चित अनामिका शुक्ला को शनिवार को कासगंज पुलिस ने बीएसए ऑफिस से गिरफ्तार कर लिया। वो यहां के फरीदपुर स्थित कस्तूरबा आवासीय विद्यालय में शिक्षिका के पद पर तैनात है। पूछताछ में उसने खुद को कायमगंज, फर्रुखाबाद की रहने वाली बताया। पुलिस उससे लगातार पूछताछ कर रही है। इस मामले में बीएसए ने सोरों कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं डीएम ने इस संबंध में एक रिपोर्ट शासन को भेजी है।
शासन की ओर से जिला प्रशासन से अनामिका शुक्ला पुत्री सुभाष चंद्र शुक्ला के जनपद में बेसिक शिक्षा विभाग में नौकरी करने संबंधी सूचना मांगी गई थी। उधर मण्डलीय सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक) अलीगढ़ ने भी इस संबंध में बीएसए से जांच रिपोर्ट मांगी थी। बीएसए ने अनामिका शुक्ला नाम की शिक्षिका के बारे में जानकारी की तो पता चला कि फरीदपुर कस्तूरबा गांधी आवासी विद्यालय में इस नाम की विज्ञान की शिक्षिका कार्यरत है। उसे एक नोटिस देकर उसकी नियुक्ति संबंधी स्पष्टीकरण मांगा गया।
शनिवार को नोटिस को देखकर शिक्षिका घबरा गई। वह अपना इस्तीका और जवाब दाखिल करने एक पड़ोसी युवक संजय के साथ दोपहर बाद बीएसए ऑफिस पहुंच गई। ये सूचना बीएसए ने डीएम और एसपी को दे दी। इस पर सीओ सिटी आरके सिंह एवं सोरों कोतवाली पुलिस बीएसए ऑफिस पहुंच गई। पुलिस तत्काल उसे हिरासत में लेकर कोतवाली ले गई। उससे कई दौर में पूछताछ की और उसकी नियुक्ति व दस्तावेजों के संबंध में जानकारियां जुटाई। पूछताछ में उसने अपना नाम अनामिका शुक्ला निवासी नई बस्ती कायमगंज फर्रुखाबाद बताया है। अभी भी उससे पूछताछ जारी है।
चन्द्रप्रकाश सिंह, डीएम कासगंज ने बताया कि शासन से अनामिका शुक्ला नाम की फर्जी शिक्षिका के बारे में पूछा गया था। पता चला है कि इस नाम की शिक्षिका के दस्तावेज से प्रदेश के अन्य जनपदों में शिक्षिकाएं नौकरी प्राप्त कर चुकी हैं। कासगंज में 2018 में नियुक्ति हुई अनामिका शुक्ला नाम से फर्जी नौकरी करने वाली शिक्षिका को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस पूछताछ कर और जानकारी जुटा रही है। इस संबंध में एक रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है