ब्यूरो,
ग्राम प्रधान पर मनरेगा के नाम पर फर्जीवाड़े का आरोप
शाहगंज, जौनपुर। प्रदेश की योगी सरकार जहां गांवों की दशा बदलने में हरसम्भव प्रयास कर रही है और गाँव के विकास हेतु भारी भरकम बजट भी देती है, वहीं कुछ प्रतिनिधियों और कर्मचारियों का सरकार को पूरी तरह बदनाम करने में लगे हैं। कुछ ऐसा ही नजारा विकास खंड शाहगंज सोंधी क्षेत्र के ग्राम मजडीहा ब्लॉक सोंधी में देखने और सुनने को मिला। यहां पर लगभग 5 महीने से दलित बस्ती में सफाईकर्मी नहीं आया जिससे दलित बस्ती के नालियों में जल भराव और कीचड़ से बजबजाती बदबूदार नालियों से यहां के निवासियों का जीना दूभर हो गया है।दलित बस्ती की मीना देवी ने बताया कि यहां 5—6 महीने से नलियों की सफाई नहीं हुई है। सफाईकर्मी कौन है, क्या नाम है, आज तक उसका चेहरा तक नहीं देखा। कुछ ऐसा ही दुःख राम नयन गौतम ने भी जताया कि आज तक सफाई कर्मचारी दलित बस्ती में नहीं आया। राम नयन आरोप लगाया कि दलित बस्ती में आधा सड़क बना है। आधा सड़क छोड़ दिया गया है। पूछने पर ग्राम प्रधान मोहम्मद साजिद कहते हैं कि यहां से हमको वोट नहीं मिला है। हम काम नहीं करवाएंगे।
दलित बस्ती के ही सुजीत गौतम कहते हैं कि मनरेगा में एक दिन प्रधान द्वारा मनरेगा में काम मिला दूसरे दिन फावड़ा लेकर प्रधान ने फोटो खिंचवाया तब से आज तक लगभग कई महीने बीतने के बाद भी मनरेगा में कोई काम नहीं मिला। पूछने पर दर्जनों महिलाओं ने बताया कि प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के अंतर्गत प्रधान द्वारा कई बार फॉर्म भरवाया गया लेकिन आज तक उसका कोई पता नहीं चल सका। सब मिलाकर ग्राम मजडीहा के दलित बस्ती का हाल बेहाल है। आप उस गांव का अंदाजा उस बात से लगा सकते है कि जहां का ग्राम प्रधान ये कहता हो कि हमको यहां से वोट नहीं मिला हम यहां काम नहीं करवा सकते। इतना ही नहीं, जिस गांव में वहां के रहवासी उस गांव के सफाई कर्मी का नाम और चेहरा न जानते हो और जहां मनरेगा में काम दिलाने के नाम पर फावड़ा लेकर सिर्फ फोटो खिंचवा लिया जाता हो, उस गांव के विकास और तरक्की का अनुमान आप स्वयं लग सकते हैं।विरोधियों का आरोप निरर्थक: प्रधानग्रामसभा मजडीहा के प्रधान मोहम्मद साजिद से जब इसके बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि दलित बस्ती में सड़क बनने के लिए लोग झगड़ा करते है, इसलिए दलित बस्ती में आधी सड़क बन पाई है। आगे अन्य आरोपों के बारे में कहा कि सारे आरोप मनगढ़ंत है। विरोधियों ने सिर्फ बदनाम करने के लिए मेरे ऊपर आरोप लगा रहे हैं। विकास के कार्यों में किसी तरह का कोई भेद भाव नहीं किया गया है। रही सफाई कर्मी की बात तो वह बीमार है।मेरी जानकारी में नहीं है मामला: बीडीओ
मजडीहा मामले में बीडीओ जितेंद्र सिंह सोंधी ब्लॉक से दूरभाष से सम्पर्क करने पर उन्होंने बताया कि ऐसा मामला मेरी जानकारी में नहीं है। अगर 5 महीने से सफाई कर्मी उक्त गांव में नहीं पहुंचा है तो जरूर कोई बात होगी। उन्होंने आगे कहा कि इससे अधिक जानकारी एडीओ पंचायत दे सकते हैं।