ब्यूरो,
UP: चिकित्सा और चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश के नाम आज एक और उपलब्धि जुड़ गई। गोरखपुर में निजी क्षेत्र के पहले विश्वविद्यालय महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय आरोग्यधाम के मेडिकल कॉलेज (श्री गोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर) को नेशनल मेडिकल कॉउंसिल से एमबीबीएस पाठ्यक्रम की मान्यता मिल गई है। इसी सत्र से यहां नीट काउंसलिंग के जरिये एमबीबीएस कोर्स में दाखिला और पढ़ाई शुरू हो जाएगी। यह विश्वविद्यालय गोरक्षपीठ के महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की ओर से संचालित है। मुख्यमंत्री और गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ इसके कुलाधिपति हैं।
तीन साल पहले शुरू हुए महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय ने कई उपलब्धियां हासिल कर ली हैं। नर्सिंग, पैरामेडिकल, फार्मेसी के तमाम रोजगारपरक पाठ्यक्रमों के साथ ही यहां गुरु श्री गोरक्षनाथ इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के अंतर्गत 2021 से ही बीएएमएस का पाठ्यक्रम संचालित हैं। इस बीच आज नेशनल मेडिकल काउंसिल ने विश्वविद्यालय के मेडिकल कॉलेज (श्री गोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर) को एमबीबीएस की मान्यता भी प्रदान कर दी है। पहले सत्र के लिए यहां 50 एमबीबीएस सीटों के लिए मान्यता मिली है। एमबीबीएस की मान्यता मिलने पर विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी और कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव ने विश्वविद्यालय परिवार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोगों को बधाई देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय के कुलाधिपति योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में यह समूचे पूर्वांचल के युवाओं के लिए बड़ी सौगात है।