Alok Bajpai
(Astrologer)
एकदन्ताय शुद्घाय सुमुखाय नमो नमः ।
प्रपन्न जनपालाय प्रणतार्ति विनाशिने ॥
अर्थ – जिनके एक दाँत और सुन्दर मुख है, जो शरणागत भक्तजनों के रक्षक तथा प्रणतजनों की पीड़ा का नाश करनेवाले हैं, उन शुद्धस्वरूप आप गणपति को बारम्बार नमस्कार है ।
llआज का पंचांग एवं ग्रहों की स्थितिII
श्री गणेशाय नमः, जय श्री कृष्ण
सब सुखी व स्वस्थ रहें
विक्रम संवत 2081
संवत्सर नाम -: कालयुक्त
संवत्सर राजा-: मंगल
संवत्सर मंत्री-: शनि
संवत्सर वास -: वैश्य के घर
संवत्सर वाहन-: बैल
सूर्य उत्तरायन, ऋतु-: ग्रीष्म
सूर्य उदय : प्रातः 5/39
सूर्य अस्त : सायं 6/57
वैशाख मास कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि
8/5/2024, दिन बुद्धवार
चंद्रमा-: मेष राशि में सायं 7/07 तक, उसके बाद वृष राशि में
राशि स्वामी-: मंगल/शुक्र
आज का नक्षत्र-: भरणी दोपहर 1/34 तक उसके बाद कृत्तिका
नक्षत्र स्वामी – : शुक्र/सूर्य
चन्द्रमा का नक्षत्र प्रवेश
प्रात: 8/04 से भरणी नक्षत्र चरण 4 में
दोपहर 1/34 से कृत्तिका नक्षत्र चरण 1 में
सायं 7/07 से कृत्तिका नक्षत्र चरण 2 में
रात्रि 12/43 से कृत्तिका नक्षत्र चरण 3 में
योग -: सौभाग्य सायं 5/41 तक उसके बाद शोभ
वैशाख अमावस, मेला पिंजोर (कालका हरियाणा)
शुभ दिशाएँ-: दक्षिण,पूर्व, दक्षिण-पश्चिम
दिशा शूल -: उत्तर दिशा की ओर यात्रा करने से बचें, अति आवश्यक होने पर धनिया या तिल खाकर प्रस्थान करें
आज की ग्रह स्थिति -:
सूर्य -: मेष राशि भरणी नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी शुक्र)
मंगल -: मीन राशि उत्तर भाद्रपद नक्षत्र चरण 3 में (नक्षत्र स्वामी शनि)
बुद्ध -: मीन राशि रेवती नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी बुद्ध)
गुरु-: वृष राशि कृत्तिका नक्षत्र चरण 2 में (नक्षत्र स्वामी सूर्य)
शुक्र (अस्त)-: मेष राशि भरणी नक्षत्र चरण 1 में (नक्षत्र स्वामी शुक्र) दोपहर 12/39 से चरण 2 में
शनि (अस्त)-: कुंभ राशि पूर्व भाद्रपद चरण 1 में ( नक्षत्र स्वामी गुरु )
राहु-: मीन राशि रेवती नक्षत्र चरण -1 में (नक्षत्र स्वामी बुद्ध)
केतु-: कन्या राशि में हस्त नक्षत्र चरण -3 (नक्षत्र स्वामी चंद्र)
राहु काल -: दोपहर 12/17 से 1/58 बजे तक शुभ कार्य या नया व्यापार न करें
दैनिक लग्न सारणी
प्रात: 6/00 तक मेष
8/55 तक वृष
10/09 तक मिथुन
दोपहर 12/30 तक कर्क
2/47 तक सिंह
सायं 5/04 तक कन्या
7/18 तक तुला
रात्रि 9/41 तक वृश्चिक
11/45 तक धनु
1/28 तक मकर
2/56 तक कुम्भ
4/20 तक मीन
जय जय श्री राधे