कुछ दिन पहले महाराष्ट्र के पालघर में दो साधुओं की मॉब लिंचिंग की घटना और उस पर देशभर में मचे बवाल के बाद अब महाराष्ट्र के ही नांदेड़ के एक आश्रम में एक और साधु को लूटने के बाद उनकी हत्या कर दी गई। एक पुलिस अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
नांदेड़ के पुलिस अधीक्षक (एसपी) विजयकुमार मागर के अनुसार, शनिवार देर रात कम से कम 2 अज्ञात लोगों ने आश्रम में घुसकर शिवाचार्य निवार्णरुद्र पशुपतिनाथ महाराज की आंखों में मिर्च पाउडर डाल दिया, जिससे उन्हें दिखना बंद हो गया। अपराधियों ने पीड़ित के बेडरूम से उनकी कार की चाबियों के अलावा 69,000 रुपये, उनका लैपटॉप और लगभग 1.50 लाख रुपये की कीमत के अन्य सामान लूट लिए। जब शिवाचार्य ने उनका विरोध किया तो बदमाशों ने उनकी हत्या कर दी। अपराधियों ने साधु की कार से भाग निकलना चाहा लेकिन आश्रम के मुख्य गेट से कार भिड़ा दी।
मागर ने आईएएनएस को बताया, “देर रात कार भिड़ने की आवाज सुनकर अश्रम में रहने वाले करीब 8-10 लोग दौड़कर बाहर निकले और दोनों को मोटरसाइकिल पर बैठकर अंधेरे में वहां से फरार होते देखा। बाद में हमें लुटेरों में से एक का शव आश्रम से थोड़ी दूर पर मिला।”
मागर ने कहा कि घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए, फरार अपराधी को पकड़ने के लिए 5 टीमें बनाई गई हैं। उन्होंने कहा कि साधु की हत्या की वजह लूट लग रही है। दो अपराधियों में से एक की हत्या के पीछे का कारण दोनों के बीच मतभेद हो सकता है। हमने फरार हत्यारे की पहचान कर ली है और जल्द ही उसके पकड़े जाने की उम्मीद है। कनार्टक के रहने वाले शिवाचार्य महाराज एक दशक पहले नांदेड़ आए और आश्रम की स्थापना की, जिसका संचालन वह अनुयायियों के एक समूह के साथ किया करते थे।
इससे पहले भी महाराष्ट्र के पालघर के गडचिंचले गांव में 16 अप्रैल को मॉब लिंचिंग में दो साधुओं की मौत हो गई थी।दोनों साधु मुंबई से एक कार से अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने सूरत जा रहे थे। उनका चालक भी उनके साथ था। गांव में एक भीड़ ने उन्हें रोका और बच्चा चोर होने के संदेह में पीट-पीटकर हत्या कर दी।