ब्यूरो,
संदेशखाली जा रहे कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी रास्ते में रोके गए बोले
ममता क्रूरता की रानी
कांग्रेस की पश्चिम बंगाल यूनिट के प्रमुख अधीर रंजन चौधरी के नेतृत्व में संदेशखाली जा रहे पार्टी के नेताओं को पुलिस ने रोक दिया। इस पर अधीर रंजन चौधरी ने सवाल किया कि क्यों राजनीतिक पार्टियों को संदेशखाली जाने से रोका जा रहा है, जहां पर पिछले कई दिनों से तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के कथित उत्पीड़न के खिलाफ ग्रामीण प्रदर्शन कर रहे हैं। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी मुद्दे का राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रही हैं। अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी को क्रूर रानी बताया है। बीच में ही रोके जाने से नाराज अधीर रंजन चौधरी अन्य कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर भी बैठ गए।
कांग्रेस सांसद चौधरी के नेतृत्व में उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली जा रही कांग्रेस की रैली को पुलिस ने शुरू में सरबेरिया में रोका और दोबारा उसे रामपुर में रोका। चौधरी ने सवाल किया, ”क्यों विपक्षी पार्टियों को संदेशखाली में दाखिल होने से रोका जा रहा है? राज्य सरकार क्या छिपाने की कोशिश कर रही है? क्यों वे मामले का राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रहे हैं? ” पुलिस ने भारतीय दंड प्रक्रिया की धारा 144 के तहत लागू निषेधाज्ञा का हवाला देते हुए कांग्रेस की टीम को संदेशखाली जाने की अनुमति नहीं दी। रामपुर गांव में रोके जाने के बाद चौधरी और कांग्रेस कार्यकर्ता धरना पर बैठ गए।
इस बीच, संदेशखाली में प्रदर्शन शुक्रवार को लगातार आठवें दिन भी जारी है। प्रदर्शनकारियों में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हैं जो तृणमूल कांग्रेस नेता शाहजहां शेख और उसके साथियों को गिरफ्तार करने की मांग कर रही हैं। इन महिलाओं ने शेख और उसके साथियों पर जमीन पर कब्जा करने और यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। इससे पहले, बीजेपी सांसदों के एक केंद्रीय दल को भी शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के संदेशखाली का दौरा करने से रोक दिया गया, जहां ग्रामीणों पर टीएमसी नेताओं के कथित अत्याचार को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है। केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक ने कहा कि पुलिस ने दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत लागू की गई निषेधाज्ञा का हवाला देते हुए बीजेपी सांसदों के केंद्रीय दल को भी संदेशखाली जाने की अनुमति नहीं दी।