हेड कांस्टेबल व पुत्र ने रंजिश में एक युवक को बुरी तरह पीटा, पेशाब पिलाया और चप्पल में थूककर उसे चाटने पर किया मजबूर 

ब्यूरो,

हेड कांस्टेबल व पुत्र ने रंजिश में एक युवक को बुरी तरह पीटा, पेशाब पिलाया और चप्पल में थूककर उसे चाटने पर किया मजबूर  

कानपुर में एलआईयू में तैनात हेड कांस्टेबल धर्मेंद्र यादव और उसके बेटे हिमांशु उर्फ सनी यादव ने अमानवीयता की सारी हदें पार कर दीं। हेड कांस्टेबल पुत्र ने रंजिश में साथियों संग एक युवक को बुरी तरह पीटा। उसे पेशाब पिलाया और पिता को सौंप दिया। हेड कांस्टेबल पिता ने भी युवक को पीटने के बाद चप्पल में थूककर उसे चाटने पर मजबूर किया। घटना का पता चलने पर हड़कंप मचा। दस लोगों पर गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर हेड कांस्टेबल धर्मेंद्र यादव और उसके बेटे के साथी अमित दुबे और आयुष मिश्रा को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। धर्मेंद्र को निलम्बित कर दिया गया है।

गूबा गार्डेन राधापुरम कल्याणपुर निवासी आयुष द्विवेदी प्राइवेट नौकरी करता है। उसने बताया कि आठ जनवरी को उसे दिव्यांशी पांडेय नाम की इंस्टाग्राम आईडी से मैसेज आया। उसने मिलने के लिए दूधवाले बंगले के पीछे बुलाया। आयुष के मुताबिक वह दोस्त अभिषेक उर्फ बिट्टू के साथ वहां पहुंचा। उसे देखते ही पहले से खड़ी इनोवा गाड़ी से आए एलआईयू के हेड कांस्टेबल धर्मेंद्र यादव के बेटे हिमांशु उर्फ सनी यादव ने अपने साथियों के साथ घेर लिया। इसके बाद तमंचा दिखाकर आयुष और अभिषेक को गाड़ी में घसीट लिया। बुरी तरह मारते हुए उन्हें कोपरगंज रेलवे पटरी के पास ले गए। वहां पर दोनों को गाड़ी से नीचे उतार लिया। आयुष के मुताबिक हिमांशु ने कट्टा निकालकर कान से सटाते हुए फायर झोंक दिया। आयुष के कान के बगल से गोली निकल गई। फिर सभी ने एक एक कर आयुष के साथ अमानवीय व्यवहार करते हुए उसे पेशाब पीने पर मजबूर किया और पीटते हुए केसा चौराहा कल्याणपुर ले आए।  हिमांशु अपने पिता धर्मेन्द्र यादव को फोन पर पूरी जानकारी दे रहा था। फिर उसे भी केसा चौराहे पर बुला लिया। वहां धर्मेंद्र यादव ने आयुष को पीटा। अपनी चप्पल पर थूक कर उसे चाटने को विवश किया। तब तक वहां भीड़ जमा होने लगी। पुलिस के पहुंचने पर आरोपित भाग निकले। पुलिस बेहोश आयुष को थाना कल्याणपुर लेकर पहुंची। ज्वाइंट सीपी हेड क्वाटर्स व क्राइम, नीलाब्जा चौधरी ने कहा कि धर्मेंद्र को निलंबित कर विभागीय कार्रवाई भी की जा रही है। हिमांशु व अन्य की तलाश में पुलिस की चार टीमें लगाई गई हैं।

आयुष द्विवेदी के साथ कार सवार दबंगों ने जानवरों जैसा सलूक किया। परेड से अगवाकर उसे 17.4 किलोमीटर तक मोटे तार और बेल्टों से पीटा गया। गाड़ी के सभी शीशे बंद कर तेज म्यूजिक बजाते रहे ताकि उसकी आवाज बाहर न जा सके। आयुष ने बताया कि हेड कांस्टेबल का बेटा अपने साथियों को यही कहता रहा कि कोई भी कट न लगने पाए इस तरह से पीटना है। आज इसे निपटा देना है..ताकी कोई फिर सिर न उठा सके।

दूध वाला बंगला परेड से आयुष का अपहरण कर कार में डालते ही आरोपितों ने उसे पीटना शुरू किया। बेल्ट और मोटे तार से उसे पीटते हुए 3.4 किलोमीटर दूर कोपरगंज रेलव लाइन के पास ले गए। वहां पर उसकी जान लेने का प्रयास और अमानवीय घटना को अंजाम देने के बाद फिर कार में बैठाकर 14 किलोमीटर दूर केसा चौराहा पीटते हुए ले गए। आयुष के मुताबिक, आरोपितों ने कार की सभी खिड़कियां ढकी हुई थीं। म्यूजिक इतना तेज बज रहा था कि उसकी व उसके मित्र की आवाज बाहर न जा सके। केसा चौराहा पर आरोपितों ने उसे छोड़ा और चले गए थे।

केसा चौराहा से पनकी रोड की तरफ सुनसान पड़ने वाले इलाके में आरोपितों ने उसे व उसके मित्र को उतार दिया। वहां पर हेड कांस्टेबल धर्मेन्द्र यादव ने पीटा। आयुष बेहोश हो गया। घटना के प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक जब भीड़ इकट्ठा हुई तो आरोपित चले गए और हेड कांस्टेबल धर्मेन्द्र थोड़ी दूर पर खड़ा हो गया। थोड़ी देर बाद जेब्रा पुलिस मौके पर पहुंची। भीड़ देख पुलिस रुक गई। तब वहां पर आयुष द्विवेदी को गिरा देखा। भीड़भाड़ और पुलिस के बीच एलआईयू में धर्मेन्द्र यादव भी वहां पहुंच गया। आयुष को देखकर वह चिल्लाने लगा कि यह तो 307 का वांछित है। पकड़ों इसे ले चलो थाने। आयुष की हालत देखकर जेब्रा पुलिस कर्मियों ने इंस्पेक्टर को सूचना दी।

धर्मेन्द्र कानपुर में 19 साल से तैनात है। बेटे हिमांशु की अपराधिक घटनाओं को हेड कांस्टेबल धर्मेन्द्र यादव का पूरा संरक्षण रहा है।  इतना ही नहीं बीते पांच सालों से एलआईयू विभाग में कल्याणपुर थानाक्षेत्र ही देख रहा है। उसने कल्याणपुर में घर भी बना लिया और परिवार के साथ रहता है। बीच में ज्यादा दबाव पड़ने के लिए कुछ समय के लिए वह जालौन चला गया और वहां से सेटिंग कर वापस कानपुर आ गया।

पुलिस कमिश्नर और ज्वाइंट सीपी के आदेश पर ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू हुई। इधर, आयुष पर कार्रवाई कराने के उद्देश्य से धर्मेन्द्र यादव मंगलवार सुबह खुद ही कल्याणपुर थाने पहुंच गया। वहां मौजूद दरोगाओं से उसने कार्रवाई को लेकर जानकारी मांगी तो पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, दोपहर में हेड कांस्टेबल ने थाने से भागने का प्रयास किया। हालांकि पुलिस ने उसे पकड़ लिया।

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