कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में महाराष्ट्र टॉप पर है। अकेले महाराष्ट्र में 40 हजार के करीब मामले सामने आ चुके हैं। लगभग 1400 लोगों की जान भी जा चुकी है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे सरकार पर निशाना साधा है। उन्हेंने कहा, ‘महाराष्ट्र सबसे प्रभावित राज्य है। मुंबई के हालात देख लगता है कि प्रदेश सरकार के हाथ से स्थिति नहीं संभल पा रही है।’ फडणवीस ने कहा, ‘पहले लॉकडाउन से ही राज्य सरकार गलती करती गई। मुख्यमंत्री नए हैं। उन्होंने कोई प्रशासनिक अनुभव नहीं है।’ उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे निर्णय लेने से डर रहे हैं। वह बहुत हद तक नौकरशाही पर निर्भर हैं।
देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ‘महाराष्ट्र के पास चीन से जा रहे उद्योगों को आकर्षित करने का अच्छा मौका, लेकिन इसके लिये राज्य सरकार को सक्रियता दिखानी होगी।’ उन्होंने कहा कि कोविड-19 से निपटने के लिये निर्णय लेने में अक्षमता महाराष्ट्र सरकार की सबसे बड़ी समस्या है। महाराष्ट्र की महिला एवं बाल कल्याण मंत्री यशोमति ठाकुर ने बृहस्पतिवार को केंद्र सरकार पर मुंबई के साथ सौतेली मां जैसा व्यवहार करने का आरोप लगाया और कहा कि कोविड-19 संकट से निपटने के लिए राज्य सरकार वित्तीय सहायता मुहैया करवा रही है। ठाकुर ने आरोप लगाया कि पिछले सप्ताह घोषित किए गए 20 लाख करोड रुपये के आर्थिक पैकेज में केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र के खिलाफ जानबूझ कर पक्षपात किया।
उन्होंने कहा कि यह उम्मीद जतायी जा रही थी कि देश की आर्थिक राजधानी के लिए आर्थिक पैकेज में विशेष ध्यान दिया जाएगा। मंत्री ने कहा, ”मुंबई देश की आर्थिक राजधानी है और जीडीपी में इसका व्यापक योगदान है। इसके बावजूद, महामारी से बुरी तरह प्रभावित मुंबई शहर को केद्र की ओर से नजरअंदाज किया जा रहा है।” मंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस के बहाने मुंबई के महत्वपूर्ण उद्योग को गुजरात स्थानांतरित करने का प्रयास किया।