महाचक्रवात अम्फान के चलते बंगाल और ओडिशा में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश जारी है। इसके चलते एनडीआरएफ की 41 टीमों को तैनात किया गया है। माना जा रहा है कि यह महाचक्रवात बड़े पैमाने पर तबाही मचा सकता है। आपदा प्रबंधन दल और सैन्य बचाव दल संभावित स्थितियों से निपटने को तैयार है। अम्फान के संभावित प्रकोप को लेकर पूर्वी भारत के ओडिशा, पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर लाखों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की कवायद जारी है। महाचक्रवात से निपटने में दोनों देशों और संबंधित राज्यों का प्रशासनिक अमला पूरी ताकत से जुटा है। सरकारें व एजेंसियां जरूरी सूचनाओं का त्वरित आदान-प्रदान कर रहे हैं। यह दो दशकों में बंगाल की खाड़ी में दूसरा महाचक्रवात है। सोमवार को महाचक्रवात के ओडिशा तटों के करीब पहुंचने के साथ ही कुछ हिस्सों में भारी बारिश का दौर शुरू हो गया था। अलर्ट सिस्टम आधारित एसएमएस भेजे जा रहे हैं। तटीय इलाकों में आपात सायरन बज रहे हैं। वहीं, पश्चिम बंगाल में करीब तीन लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। समुद्री क्षेत्र में मछली पकड़ने की गतिविधियां निलंबित की गई हैं। तूफान के संभावित क्षेत्रों में लोगों के चेहरों पर दहशत देखी जा रही है।
चक्रवाती तूफान बंगाल के तट पर पहुंचा चुका है। इसके पहुंचते ही पश्चिम बंगाल के सुन्दरबन के नजदीक तेज बारिश शुरू हो गई है। हवा की रफ्तार अधिकतम 155-165 किलोमीटर प्रतिघंटा है।बांग्लादेश में अम्फान तूफान से पहली मौत की खबर सामने रही है। चक्रवात उत्तर-उत्तर पूर्वी दिशा में बढ़ते हुए यह बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तटों को दोपहर बाद पार करेगा।-बांग्लादेश ने भीषण चक्रवात अम्फान आने के मद्देनजर 20 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा है और चक्रवात से जुड़ी घटनाओं से निपटने के लिए सेना को तैनात किया है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि देश के कुछ जिलों को ”अधिक खतरे वाले स्तर पर रखा गया है। चक्रवात देश के तटीय क्षेत्र के निकट पहुंच रहा है। इसे 2007 में देश में आए चक्रवात ‘सिद्र के बाद सबसे अधिक प्रचंड चक्रवात माना जा रहा है। ‘सिद्र से देश में 3,500 लोगों की मौत हुई थी। बीडीन्यूज24डॉटकॉम की रिपोर्ट के मुताबिक बांग्लादेश की सेना, नौसेना और वायुसेना ने महाचक्रवात से निपटने की तैयारी कर ली है। चक्रवात बांग्लादेश के तट की ओर 400 किमी अंदर आ गया है और बुधवार शाम तक इसके असर दिखाने की आशंका है। रिपोर्ट में आपदा प्रबंधन एवं राहत मंत्री इनामुर रहमान के हवाले से कहा गया कि बुधवार शाम छह बजे चक्रवात आने की आशंका है।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, दोपहर बाद या शाम तक महाचक्रवात अम्फान करीब 185 किलोमीटर से भी ज्यादा की रफ्तार से सुन्दरवन के नजदीक पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश तट के बीच दीघा और हथिया से होकर गुजरेगा। मौसम विभाग के अनुसार, दोपहर 12:30 बजे तक महाचक्रवात अम्फान बंगाल के दीघा से 95 किलोमीटर दूर था।ओडिशा में अम्फान महाचक्रवात के चलते काफी तबाही देखी जा सकती है। यहां पर तेज हवाएं चल रही हैं, जिसकी वजह से कई जगह पेड़ टूटे हुए नजर आए। अम्फान के चलते बंगाल और ओडिशा में NDRF की 41 टीमें तैनात की गईं। एनडीआरएफ प्रमुख एसएन प्रधान ने कहा कि उनकी टीम की महाचक्रवात पर पूरी तरह से नजर है। एनडीआरएफ की टीम स्थानीय प्रशासन से कॉर्डिनेट कर रही हैं।
ओडिशा और पश्चिम बंगाल में बचाव और राहत प्रयासों को बढ़ाने के लिए जेमिनी बोट और चिकित्सा टीमों के साथ 20 बचाव दल भी तैयार हैंभारतीय नौसेना ने जानकारी दी कि पूर्वी नौसेना कमान बंगाल की खाड़ी के घटनाक्रमों की बारीकी से निगरानी कर रही है और नौसेना अधिकारी पश्चिम बंगाल और ओडिशा संबंधित राज्य प्रशासन के साथ लगातार संचार में हैं ताकि बचाव और राहत कार्यों को बढ़ाया जा सके।सुपर साइक्लोन अम्फान की वजह से भारतीय तटरक्षक जहाजों और विमानों को रेस्क्यू के लिए तैयार रखा गया।महाचक्रवात अम्फान के चलते ओडिशा के कई इलाकों में भारी बारिश शुरू हो गई है। इसके साथ ही तेज गति से हवाएं चल रही हैं। माना जा रहा है कि महाचक्रवात आज टकरा सकता है।मता पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि चक्रवात के मद्देनजर पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों से कम से कम तीन लाख लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। उन्हें मास्क दिए गए हैं। वरिष्ठ अधिकारी स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और हेल्पलाइन शुरू की गई है।
आईएमडी भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर, दक्षिण और उत्तर 24 परगना, हावड़ा, हुगली और कोलकाता जिले प्रभावित हो सकते हैं। जबकि ओडिशा के तटीय जिलों जगतसिंहपुर, केंद्रापाड़ा, भद्रक, जाजपुर और बालासोर में भारी वर्षा और तूफान आएगा।
– जहाज तथा 45 अन्य गश्ती नौकाओं को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने पश्चिम बंगाल में भारत-बांग्लादेश नदी क्षेत्र मोर्चे और इच्छामती नदी की सुरक्षा के लिए तैनात अपनी तीन चलती फिरती सीमा चौकियों और जहाज तथा 45 अन्य गश्ती नौकाओं को चक्रवात के मद्देनजर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया है।
-ओडिशा में 11 लाख लोग निकाले गए
ओडिशा के विशेष बचाव आयुक्त पीके जेना ने कहा कि एहतियाती कदम के तौर पर निचले इलाकों, तटीय जिलों में मिट्टी के घरों में रह रहे 11 लाख लोगों को निकालने का काम जारी है। यह मंगलवार देर रात तक पूरा कर लिया जाएगा।
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