ब्यूरो,
यूपी के उरई स्थित महिला जिला अस्पताल में मंगलवार सुबह दो दिन के नवजात बच्चे की मौत पर परिजनों ने जमकर हंगामा किया। साथ ही अस्पताल में तोड़फोड़ करते हुए डॉक्टर और स्टाफ के साथ मारपीट की। घटना सीसीटीवी कैमरे में सामने आया है। घटना के बाद डॉक्टर हड़ताल पर चले गये और मारपीट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। जानकारी मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस और सीएमओ के साथ मौके पर पहुंचे, जिनके आश्वासन के बाद डॉक्टर ने अपनी हड़ताल वापस ली।
उरई के मोहल्ला रामनगर की रहने वाली रमा पत्नी योगेश की दो दिन पहले डिलेवरी हुई थी, जिसने एक नवजात बच्चे को जन्म दिया था। जिसकी मंगलवार सुबह मौत हो गई। इस घटना से आक्रोशित होकर योगेश ने अपने परिजनों के साथ मिलकर महिला अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ नर्स पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बदसलूकी करते हुए जमकर मारपीट की। साथ ही अस्पताल में तोड़फोड़ की। इस तोड़फोड़ और मारपीट की घटना अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। घटना के बाद महिला अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ हड़ताल पर चले गये।
हंगामा मारपीट की जानकारी मिलते ही उरई कोतवाली पुलिस, सिटी मजिस्ट्रेट तथा सीओ के साथ मौके पर पहुंची और मामले की जांच में जुट गई। अस्पताल के डॉक्टरों ने नवजात के परिजनों पर बेवजह मारपीट करने का आरोप लगाया और कार्रवाई न होने पर हड़ताल पर जाने की बात कही। मगर सीएमओ द्वारा और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा आश्वासन मिलने के बाद डॉक्टरों ने अपनी हड़ताल खत्म की साथ मारपीट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही तब कहीं जाकर मामला शांत हुआ।
मौके पर पहुंचे सीएमओ
उरई के सीएमओ नरेंद्र देव शर्मा भी घटना स्थल पर पहुंचे और उन्होंने पूरे मामले की जानकारी ली, जहां पता चला नवजात बच्चे की मौत के बाद यह पूरा हंगामा हुआ।
बोले परिजन
योगेश का कहना है कि डॉक्टरों की लापरवाही से यह पूरी घटना हुई है, जबकि सीएमओ का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है, नवजात का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है, पोस्टमार्टम के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।