ब्यूरो,
कनाडा के साथ जारी तनाव के बीच भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर और अमेरिकी समकक्ष एंटनी ब्लिंकन से मुलाकात हुई। खबर है कि दोनों नेताओं के बीच खालिस्तान और कनाडा के मुद्दे पर कोई बात नहीं हुई। खास बात है कि कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो घटनाक्रम की शुरुआत से ही अमेरीका का समर्थन हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं।
जयशंकर और ब्लिंकन के बीच रक्षा सहयोग, अंतरिक्ष समेत कई बड़े मुद्दो पर चर्चा हुई। राजधानी दिल्ली में हुए G-20 शिखर सम्मेलन के बाद पहली बार मुलाकात की थी।
उन्होंने बताया कि भारत 2+2 बैठक आयोजित करने जा रहा है। हालांकि, उन्होंने इसकी तारीखों को लेकर कुछ नहीं कहा। संभावनाएं जताई जा रही हैं कि भारत और अमेरिका के बीच नवंबर के पहले सप्ताह में बैठक हो सकती है। उन्होंने ब्लिंकन के साथ साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में G-20 शिखर सम्मेलन को समर्थन देने के लिए अमेरिका का आभार जताया। खबर है कि ट्रूडो ने कहा था कि भारतीय विदेश मंत्री से मुलाकात में अमेरिका खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर की मौत का मुद्दा उठाएंगे। हालांकि, अब जब इस मुद्दे पर कोई बात नहीं हुई, तो यह कनाडा के लिए एक झटका माना जा रहा है। इससे पहले ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया ने भी इस मामले में भारत को लेकर कोई भी बड़ी टिप्पणी नहीं की।
विदेश मंत्री जयशंकर ने लिखा, ‘आज अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से मुलाकात करके बहुत अच्छा लगा। PM नरेंद्र मोदी की जून की यात्रा के बाद व्यापक चर्चा हुई। साथ ही वैश्विक विकास पर नोट्स का आदान-प्रदान किया। बहुत जल्द होने जा रही 2+2 मीटिंग की नींव रखी।’ पीटीआई भाषा के अनुसार, दोनों पक्ष भारत और कनाडा के बीच जारी राजनयिक संकट से प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष असर पर चुप्पी साधे रहे। अमेरिकी विदेश मंत्री ने इस संकट के संबंध में पूछे गए एक प्रश्न का उत्तर देने से इनकार कर दिया। खालिस्तानी आतंकवादी निज्जर की जून में कनाडा के सरी शहर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।