ब्यूरो,
पंजाब में कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैरा की गिरफ्तारी का असर I.N.D.I.A पर भी हो सकता है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने साफ कर दिया है कि ‘अन्याय करने वाले’ ज्यादा दिन नहीं टिक सकेंगे। खैरा की गिरफ्तारी को कांग्रेस बदले की राजनीति बता रही है। जबकि, आम आदमी पार्टी आरोपों से इनकार कर रही है। पंजाब में दोनों दलों के नेता पहले से ही गठबंधन के खिलाफ बोलते रहे हैं। कांग्रेस कई बार पंजाब में आप के साथ जाने से इनकार भी करती रही है। इधर, राष्ट्रीय स्तर पर दोनों दल विपक्षी गठबंधन की बैठक में शामिल होते रहे हैं। खरगे की प्रतिक्रिया के बाद मामला राष्ट्रीय स्तर पर भी आप-कांग्रेस के रिश्ते को चोट पहुंचा सकता है। खैरा के खिलाफ साल 2015 के ड्रग्स से जुड़े मामले में एक्शन लिया गया है। छत्तीसगढ़ में एक कार्यक्रम के बाद खरगे ने कहा कि उन्हें इस घटनाक्रम की अब तक पूरी जानकारी नहीं मिली है। उन्होंने बताया, ‘मैं इसकी जानकारी लूंगा… लेकिन चाहे जो भी मामला हो, अगर किसी ने अन्याय किया है तो वे ज्यादा दिन नहीं टिक पाएंगे। अगर किसी ने हमारे साथ अन्याय किया, तो हम उसे सहन करने वालों में से नहीं हैं।’
कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने पंजाब के राज्यपाल से भी मुलाकात की और मामले में उनसे हस्तक्षेप की मांग की। कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा, पूर्व मुख्यमंत्री चरण जीत सिंह चन्नी और राजिंदर कौर भट्टल समेत कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने खैरा का समर्थन किया और राजनीतिक प्रतिशोध में कथित तौर पर शामिल होने के लिए ‘आप’ सरकार पर निशाना साधा। आप नेता जगतार सिंह संघेरा ने कहा कि हम ऐसी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेंगे, जो पहले ही पंजाब में इतनी बदनाम है। यह पार्टी बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार में शामिल है और गैंगस्टर्स को पनाह देती है। विपक्षी गठबंधन की तीसरी बैठक के बाद पंजाब सरकार में मंत्री अनमोल गगन मान ने सभी 13 लोकसभा सीटों पर लड़ने की बात कह दी थी। इधर कांग्रेस भी सभी सीटों पर लड़ने की तैयारी कर रही है।