ब्यूरो,
शूद्र की घटिया राजनीति पर गेस्ट हाउस कांड का हवाला देते हुए मायावती ने कहा- सपा अपने गिरेबान में झांके जब सीएम बनने जा रही एक दलित की बेटी पर सपा सरकार में जानलेवा हमला कराया गया था
यूपी मे रामचरित मानस का मुद्दा गरमाया हुआ है, इस मुद्दे पर जहां बीजेपी और सपा आमने-सामने हैं तो वहीं मायावती भी इसको लेकर राजनीतिक दलों खासकर सपा पर प्रहार करने का मौका नहीं छोड़ रही हैं।
इसी कड़ी में उन्होंने आज लखनऊ गेस्ट हाउस कांड का जिक्र कर दिया।बीएसपी प्रमुख ने आगे कहा कि देश के अन्य राज्यों की तरह यूपी में भी दलितों, आदिवासियों व ओबीसी समाज के शोषण, अन्याय, नाइन्साफी तथा इन वर्गों में जन्मे महान संतों, गुरुओं व महापुरुषों आदि की उपेक्षा एवं तिरस्कार के मामले में कांग्रेस, भाजपा व समाजवादी पार्टी भी कोई किसी से कम नहीं।साथ ही लखनऊ गेस्ट हाउस कांड को याद करते मायावती ने कहा हुए कहा कि सपा प्रमुख द्वारा इनकी वकालत करने से पहले उन्हें लखनऊ स्टेट गेस्ट हाउस के दिनांक 2 जून सन् 1995 की घटना को भी याद कर अपने गिरेबान में जरूर झांककर देखना चाहिए, जब सीएम बनने जा रही एक दलित की बेटी पर सपा सरकार में जानलेवा हमला कराया गया था।