दूसरे राज्यों से बिहार पहुंचे प्रवासियों को भी दो महीने तक मुफ्त पांच किलो अनाज मिलेगा। इसके लिए उन्हें राशन कार्ड की कोई जरूरत नहीं होगी। राज्य सरकार ने इसका निर्देश जारी कर दिया। इससे अब तक बिहार पहुंचे लगभग 5.5 लाख मजदूरों को सीधा लाभ होगा। इसके बाद भी आगे जो मजदूर पहुंचेंगे, उन्हें भी इसका लाभ मिलेगा। राज्य सरकार ने कहा है कि इस योजना के लिए उन सभी श्रमिकों की सूची जिलों में भेज दी जाएगी, जो बाहर से आए हैं। आपदा प्रबंधन विभाग ने यह सूची विभाग को दी है। जिले के अधिकारी उस सूची के आधार पर प्रवासी लोगों के नाम, उनके पिता का नाम , मोबाइल नम्बर, आधार नम्बर के साथ किस राज्य से आये हैं, उसकी सूचना विभाग को देगा।
जिलाधिकारियों को प्रवासियों की जानकारी जुटाने में यह ध्यान देना है कि कोई भी सदस्य पहले से सरकार की अनाज देने की किसी योजना से पहले नहीं जुड़ा हो। मई का अनाज 31 मई तक और जून का 15 जून तक उठाव कर लेना होगा, लेकिन एक साथ 14 जून तक दोनों महीने का अनाज उठा सकते हैं। डीएम अनाज बांटने की योजना भी साथ में बनाते रहेंगे। किस प्रणाली से अनाज दिया जाएगा, यह सब जल्द तय कर लेंगे। ध्यान रखना होगा कि किसी भी लाभुक का नाम दो बार नहीं हो।
विभाग ने अनाज वितरण का समय भी तय कर दिया है। हर हाल में सुबह 10 बजे से दो बजे तक ही इन्हें अनाज दिया जाएगा। सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए अनाज का वितरण किया जाएगा। निगरानी की जिम्मेदारी सभी अनुमंडल अधिकारियों की होगी। सरकार किसी भी प्रवासी को अनाज की कमी नहीं होने देगी। केन्द्र अगर 30 लाख परिवारों के लिए अनाज की व्यवस्था कर देती तो इन गरीबों को भी हर माह अनाज मिल पाता। 30 लाख परिवारों की जो सूची है उसमें ये सदस्य भी होंगे, क्योंकि इनके परिवार के अन्य सदस्य तो राज्य में पहले से हैं।
– मदन सहनी, मंत्रीखाद्य एवं उपभोक्ता