ब्यूरो,
बलिया में बाढ़ा का कहर बढ़ता ही जा रही है। जिले मे घाघरा खुद का ही पिछला रिकॉर्ड तोड़ने को बेताब दिख रही हैं। गंगा भी तीव्र वेग के साथ चेतावनी बिंदु के करीब पहुंचकर लोगों को डराने लगी हैं।
बलिया में बाढ़ा का कहर बढ़ता ही जा रही है। जिले मे घाघरा खुद का ही पिछला रिकॉर्ड तोड़ने को बेताब दिख रही हैं। गंगा भी तीव्र वेग के साथ चेतावनी बिंदु के करीब पहुंचकर प्रभावित क्षेत्र के लोगों को डराने लगी हैं। घाघरा का पानी निचले इलाको मे फ़ैलने के साथ ही टीएस बंधे पर बने रेगुलेटरो पर दबाव बनाने लगा है।
चेतावनी विन्दु के करीब पहुंचने के बाद गंगा की लहरें एक बार फिर कटान के रूप में कहर बरपाने लगी हैं। केंद्रीय जल आयोग गायघाट के अनुसार बुधवार सुबह आठ बजे गंगा का जल स्तर 56.320 मीटर रिकॉर्ड किया गया। यहां चेतावनी विन्दु 56.615 मीटर और खतरा विन्दु 57.615 मीटर है।
मंगलवार शाम चार बजे नदी का जलस्तर 56.00 मीटर था। इस तरह पिछले 16 घंटे मे 1.32 मीटर का तीव्र बढ़ाव हुआ है। वहीं तुर्तीपार गेज पर सुबह आठ बजे घाघरा का जलस्तर 64.790 मीटर दर्ज किया गया। नदी यहां खतरा विन्दु 64.01 मीटर से 78 सेमी ऊपर और हाई फ्लड लेवल 66.00 मीटर से मात्र 1.21मीटर निचे बह है।
आयोग के अनुसार गंगा के जलस्तर में आठ सेमी प्रति घंटे का तीव्र बढ़ाव हो रहा है। मंगलवार दिन में तीन सेंटीमीटर प्रति घंटे के बढ़ाव पर रही नदी का वेग देर शाम से विकराल हो उठा। आधी रात को एक समय तो उक्त बढ़ाव दस सेमी प्रति घंटे हो गया था।