ब्यूरो
राष्ट्रपति चुनाव 2022 की घोषणा के साथ ही वोट जुटाने की कवायद शुरू हो चुकी है। दरअसल पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज राष्ट्रपति चुनाव को लेकर दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में विपक्ष के मुख्यमंत्रीयों और नेताओं की संयुक्त बैठक बुलाई है। लेकिन बताया जा रहा है कि विपक्षी दलों की इस बैठक में अरविंद केजरीवाल की AAP पार्टी शामिल नहीं होगी और उम्मीदवार घोषित होने के बाद ही AAP इस बारे में विचार करेगी।
बता दे कि18 जुलाई को राष्ट्रपति का चुनाव होना है। वहीं खबर है कि दिल्ली में होने वाली इस बैठक में बसपा भी शामिल नहीं होगी। बता दे कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने काँग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, कर्नाटक के सीएम पिनारायी विजयन, उड़ीसा के सीएम नवीन पटनायक, तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव, तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन, महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन और पंजाब के सीएम भगवंत मान यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और जयंत चौधरी, NCP नेता शरद पवार और आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव, फारुख अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को भी पत्र लिखकर बैठक के लिए बुलाया था।ममता बनर्जी ने विपक्ष को लिखे पत्र में कहा था कि जबरदस्त लोकतांत्रिक चरित्र वाले देश को मजबूत और प्रभावशाली विपक्ष की जरूरत है सभी प्रगतिशील बलों को एकजुट होकर विभाजन कारी ताकत का प्रतिरोध करना होगा विभिन्न केंद्रीय एजेंसियां विपक्षी नेताओं को लगातार निशाना बना रही है हमें अपना प्रतिरोध मजबूत करना होगा राष्ट्रपति चुनाव नजदीक है यह सभी प्रगतिशील विपक्ष दलों के लिए एक साथ लेकर भारतीय राजनीति से भविष्य योजना को लेकर विचार विमर्श करने का उचित समय है।