ब्यूरो,
यूपी में हुए बवाल के बाद, पुलिसिया कार्रवाई पर ऑल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का बयान
मुल्ज़िमों के साथ मुजरिमों जैसा सुलूक करना लाक़ानूनीयत और दहशतगर्दी है – AIMPLB
ऑल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने सरकार के रवैये पर उठाये सवाल
पैग़म्बर इस्लाम सल्ले अला वसल्लम को मुसलमान अपनी जान और अपनी औलाद से भी ज़्यादा अज़ीज़ रखते हैं – AIMPLB
पर्सनल लॉ बोर्ड की जानिब से कहा गया है, बजाये जिन लोगों ने गुस्ताख़ी की उन के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने के उल्टे मुसलमानों के ज़ख्मों पर नमक छिड़का जा रहा है – AIMPLB
बोर्ड की जानिब से कहा गया है, जो लोग इस ना- शाईस्ता हरकत के ख़िलाफ़ मुज़ाहिरा कर रहे हैं, उन के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया जा रहा है, उन पर लाठीचार्ज किया जा रहा है और उन के घरों को मिस्मार किया जा रहा है
कहा गुस्ताख़ी करने वालों के ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई नही करना यक़ीनन इंसाफ़ का क़त्ल है
बोर्ड की तरफ़ से सवाल उठाया गया है, की क्या क़ानून इस्लाम ज़िन्दाबाद के नारे लगाने पर गोली मार कर हलाक़ कर देने की इजाज़त देता है
बोर्ड ने मरकज़ी हुकूमत और दीगर सूबाई हुकूमतों से माँग की है, की वो ऐसी ना – मुंसिफ़ाना हरकत से बाज़ आये
ऑल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की मुसलमानों से अपील
सब्र से काम लें, गुस्ताखे रसूल के ख़िलाफ़ नाराज़गी ज़ाहिर करने के लिए मुक़ामी सरकारी ओहदेदारों को मेमोरेंडम दें
पुलिस मुज़ालिम के सबूत जमा कर मिल्ली तंज़ीमों के सुपुर्द करें, ताकि एफ़आईआर दर्ज कराई जा सके
AIMPLB के आफ़िस सेक्रेटरी डॉक्टर मोहम्मद वक़ारूद्दीन लतीफ़ी की जानिब से प्रेस जारी किया गया