ब्यूरो,
कोरोना एंटीबाडी की जांच के लिए सीरो सर्वे शुरू
वाराणसी सहित प्रदेश के 15 जिलों में संचालित
जिले के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में 100 लोगों का लिया जाएगा सैंपल
शासन से प्राप्त पाँच समूहों में लिया जा रहा सैंपल, भेजे जायेंगे लखनऊ
वाराणसी, कोरोना के खिलाफ लोगों में विकसित प्रतिरोधक क्षमता (एंटीबाडी) की जांच के लिए जनपद में सीरो सर्वे एक बार फिर सोमवार से शुरू हो गया है। शासन से प्राप्त निर्देशानुसार इस सीरो सर्वे में जिले से कुल 100 सैंपल एकत्रित किए जाएंगे, जिन्हें जांच के लिए केजीएमयू लखनऊ के माइक्रो बायलोजी डिपार्टमेंट भेजा जायेगा। जांच में इस बात का निष्कर्ष निकाला जायेगा कि लोगों में कोरोना के प्रति कितनी एंटीबाडी विकसित हुई है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि शासन से प्राप्त निर्देशानुसार यह सर्वे वाराणसी सहित प्रदेश के 15 जिलों में चलाया जा रहा है। इससे पहले स्वास्थ्य विभाग की ओर से 18 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों में विकसित प्रतिरोधक क्षमता का पता लगाने के लिए जून 2021 में सीरो सर्वे किया गया था। सर्वे के परिणाम से पता चला कि अधिकांश आबादी में कोविड से लड़ने के लिए उनके रक्त में एंटीबॉडी मौजूद है और अलग- अलग समूह के लोगों में एंटीबॉडी अलग-अलग समय तक रहती है। भविष्य में कोविड के बेहतर प्रबंधन के लिए यह जानना जरूरी है कि दूसरी लहर के छह से सात महीने बाद और कोविड टीकाकरण की शुरुआत के नौ से 10 महीने बाद वर्तमान में लोगों में कोविड से लड़ने के लिए उनेक रक्त में एंटीबॉडी मौजूद है और मौजूद है तो अलग-अलग समूह के लोगों में ये किस तरह से भिन्न है।
सीएमओ ने बताया कि यह अध्ययन स्वास्थ्यकर्मियों और आमजन में आयुवर्ग 60 वर्ष या उससे अधिक एवं 18 से 59 वर्ष तक के लोगों के बीच किया जाना है, क्योंकि इन सभी वर्ग के लोगों को कोविड वैक्सीन अलग-अलग समय पर शुरू किया गया, जिसका असर उनके एंटीबॉडी पर भी अलग-अलग होगा। सीएमओ ने बताया कि इस सर्वे का उद्देश्य यह पता लगाना है कि लोगों में कोरोना के प्रति कितनी एंटीबाडी विकसित हुई है। सीरो सर्वे यह समझने में मदद करेगा कि आबादी का अभी भी कितना हिस्सा कोविड के संक्रमण के दायरे में आ सकता है।
जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ एसएस कनौजिया ने बताया कि शासन से प्राप्त निर्देशानुसार यह सर्वे पाँच समूहों में किया जा रहा है, जिसमें पहला कोविड पॉज़िटिव स्वास्थ्यकर्मी (1 मई से 31 दिसंबर 2020 के बीच), दूसरा कोविड निगेटिव स्वास्थ्यकर्मी (16 जनवरी 2021 तक), तीसरा 60 वर्ष या उससे अधिक कोविड पॉज़िटिव (1 जुलाई 2020 से 28 फरवरी 2021 तक), चौथा 60 वर्ष या उससे अधिक कोविड निगेटिव (1 मार्च 2021 तक) एवं पाँचवाँ 18 से 59 वर्ष के आम जनमानस (मई-अगस्त 2020) शामिल हैं।
जिला जन स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ शिशिर कुमार ने बताया कि यह सर्वे सोमवार से शुरू हो चुका है। चिन्हित लोगों की सूची राज्य स्तर से भेजी गयी है, जिनसे संपर्क कर उनकी सहमति ली जाएगी। इसके बाद उनके सहमति पत्र से ब्लड सैंपल लिया जाएगा। स्वास्थ्यकर्मी दिये गए समय और स्थान पर इच्छुक व्यक्ति से मिलेंगे, लिखित सहमति लेंगे, सर्वेक्षण करेंगे और प्रत्येक इच्छुक व्यक्ति का प्रोटोकॉल के तहत ब्लड सैंपल लिया जाएगा और सीरम को अलग करके केजीएमयू लखनऊ के माइक्रो बायलोजी डिपार्टमेंट भेजा जायेगा।