ब्यूरो,
कश्मीर में आतंकी फंडिंग पर नकेल कसने के बाद कई केंद्रीय एजेंसियां मिलकर नक्सलियों को होने वाली फंडिंग की जांच और रोकथाम में जुटेंगी। सूत्रों ने कहा कि एनआईए, ईडी, सीबीआई, सीबीडीटी, सीबीआईसी व अन्य सुरक्षा एजेंसियां मिलकर नक्सल फंडिंग पर रोक के साथ नक्सलियों के खात्मे पर समन्वित रणनीति में शामिल होंगी।
एक अधिकारी ने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ इस अभियान में स्थानीय पुलिस और स्थानीय एजेंसियों की भी प्रमुख भूमिका है। केंद्र सरकार राज्यों के साथ मिलकर ही नक्सल के खिलाफ आरपार की लड़ाई की रणनीति पर काम कर रही है। एजेंसियों की सूचना के मुताबिक फिलहाल नक्सलियों के वित्तीय पोषण का बड़ा स्रोत उगाही है, लेकिन उनको अन्य स्रोतों से मिलने वाली फंडिंग और हवाला नेटवर्क को भी खंगाला जाएगा। कश्मीर में टीएमजी (टेरर मॉनिटरिंग) काफी बेहतरीन समन्वय से काम कर रही है। इसका मुख्य काम आतंकी व कट्टरपंथ से जुड़ी गतिविधियों के वित्तीय स्रोत को खंगालकर उसपर प्रहार करना है। इसकी सक्रियता से ही कश्मीर में जिहादी पाठशालाओं का रहस्य सामने आ रहा है। टीएमजी में सीबीआई, एनआईए, ईडी, सीबीडीटी और सीबीआइसी शामिल हैं। इन एजेंसियो के समन्वित दृष्टिकोण से जिसमे जम्मू कश्मीर पुलिस भी शामिल है आतंकी फंडिंग पर काफी लगाम कसी गई है। यही तरीका स्थानीय जरूरतों के आधार पर नक्सल इलाको में भी अपनाया जाएगा।