चीन के वुहान शहर से फैले कोरोना वायरस का पूरी दुनिया में खतरनाक प्रकोप देखने को मिल रहा है। अमेरिका लगातार कहता रहा है कि कोरोना वायरस प्राकृतिक नहीं है, बल्कि यह वुहान शहर के लैब से निकला है। अब मोदी सरकार के मंत्री ने भी मान लिया है कि यह वायरस लैब से ही फैला है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि कोरोना वायरस नैसर्गिक (प्राकृतिक) नहीं है बल्कि लैब में तैयार हुआ है। हमें कोरोना के साथ जीवन जीने की कला को समझना होगा। एक चैनल से बातचीत के दौरान उन्होंने यह बात कही।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘जहां तक मुझे पता है अगर यह वायरस नैसर्गिक होता तो वैज्ञानिकों को इसके बारे में पता होता। ये लैब में तैयार हुआ वायरस है।’ मालूम हो कि अमेरिका भी इस वायरस को लैब में तैयार होने की बात कह रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर इस वायरस को तैयार करने का आरोप लगाया है। नितिन गडकरी ने कहा, ‘हमें कोरोना के साथ जीवन जीने की कला को समझना होगा। यह प्राकृतिक वायरस नहीं है। यह आर्टिफिशियल वायरस है और अब पूरी दुनियाभर के देश इसकी वैक्सीन की खोज में लगे हुए हैं। अब तक वैक्सीन उपलब्ध नहीं हो पाया है, मगर उम्मीद है कि जल्द से जल्द इसकी वैक्सीन आ जाएगी और उसके बाद इस समस्या का समस्या का समाधान भी हो जाएगा।’ नितिन गडकरी की यह प्रतिक्रिया इसलिए भी अहम है क्योंकि अमेरिका शुरू से चीन पर कोरोना फैलाने का आरोप लगातार रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का मंत्रिमंडल कोरोना वायरस से जन्मी महामारी की उत्पत्ति की जांच कराना चाहता है। ट्रंप प्रशासन का कहना है कि इसकी संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता कि चीन के वुहान में चमगादड़ों पर हो रहे अनुसंधान से विषाणु की उत्पत्ति हुई।
बीजिंग ने कहा था कि वुहान में जानवरों के बाजार में मनुष्य इस विषाणु से संक्रमित हुआ होगा। लेकिन वाशिंगटन पोस्ट और फॉक्स न्यूज ने गुमनाम स्रोतों के हवाले से बताया कि कोरोना वायरस एक संवेदनशील जैव अनुसंधान केंद्र से दुर्घटनावश बाहर आया होगा।