ब्यूरो नेटवर्क
अमेरिकी सॉफ्टवेयर कंपनी बिजनेस एफिशिएंसी सॉल्यूशंस (BES) ने पाकिस्तान सरकार के साथ एक प्रोजेक्ट पर काम किया। अब BES ने पाकिस्तान पर आरोप लगाया है कि पाकिस्तान ने उनके ट्रेड सीक्रेट चोरी कर लिए हैं। BES ने अपने शिकायत में चीनी कंपनी हुवावै पर भी आरोप लगाया है। कहा है कि हुवावै ने बैकडोर के जरिए पाकिस्तान को डेटा जमा करने की इजाजत दी।
शिकायत के मुताबिक हुवावै ने 2016 में BES के साथ समझौता किया था। BES ने कहा है कि उसने प्रोजेक्ट के लिए आठ सॉफ्टवेयर बनाया जो सरकारी एजेंसियों से डेटा जमा करता है, सोशल मीडिया पर नज़र रखता है और ड्रोन मैनेज करता है। बाद में हुआवै के अधिकारियों ने टेस्टिंग के लिए डेटा मांगा और अपने लैब में BES के प्राधिकरण को खत्म कर दिया। शिकायत के मुताबिक हुवावै ने अब तक कोई भी गोपनीय सॉफ्टवेयर डिजायन टूल BES को वापस नहीं किया है।
बाद में हुवावै ने BES से डेटा जमा करने वाला सॉफ्टवेयर स्थापित करने की मांग की जिसका इस्तेमाल पाकिस्तानी कानून प्रवर्तन द्वारा कई स्रोतों और सरकारी एजेंसियों से संवेदनशील डेटा जमा करने और विश्लेषण करने के लिए किया जाता है।
शिकायत में हुवावै पर पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण संवेदनशील डेटा तक पहुंच हासिल करने, हेरफेर करने और निकालने के लिए चीन से लाहौर में पिछले दरवाजे के रूप में सॉफ्टवेयर का उपयोग करने का आरोप लगाया गया है। BES ने यह भी कहा है कि हुआवै पाकिस्तान के साथ ही दुनियाभर के कई ऐसे प्रोजेक्ट्स के साथ छेड़छाड़ और दुरुपयोग कर रही है।