ब्यूरो नेटवर्क
तूफान’ एक्टर फरहान अख्तर ने खोला अपनी बॉडी का राज, अब आशुतोष गोवारिकर के साथ आएंगे नजर
फरहान अख्तर (Farhan Akhtar) इन दिनों फिल्म तूफान (Toofaan) को लेकर खूब चर्चा में बने हुए हैं। अमेजन प्राइम पर रिलीज हुई फिल्म को क्रिटिक्स और दर्शकों से अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। फिल्म की रिलीज से पहले फरहान ने हिन्दुस्तान के साथ खास बातचीत की थी, ऐसे में एक बार फिर तूफान की रिलीज के बाद फरहान, हिन्दुस्तान के साथ जुड़े और कई सवालों के जवाब दिए।
आप कैसे फिजिकल ट्रांसफॉर्मेशन करते हैं?
फिजीक जो होती है, वो नतीजा होता है कि आपको अपना माइंड स्ट्रॉन्ग करना पड़ता है… उसके अलावा मेरे पास कोच, फिटनेस कोच, बॉक्सिंग कोच आदि थे। मैं उनकी हर बात को फॉलो कर रहा था। मेरा काम जो था, वो था कि मुझे अपने दिमाम को स्ट्रॉन्ग रखना है। मुझे ये सिर्फ ये करना होता था कि मुझे हफ्ते में 6 दिन सुबह 6 बजे उठकर ट्रेनिंग के लिए जाना है। हर हफ्ते 6 दिन, पांच घंटे ट्रेनिंग करनी है। इसके साथ ही जो डाइट, जो कैलोरी बता रहे हैं उसका ध्यान रखना है।
आपका फिटनेस आइडल कौन है?
ऐसा तो कोई है नहीं, जो मेरा फिटनेस आइडल है, लेकिन अब जब मैं सोच रहा हूं इस बारे में तो… शायद मुझ पर बॉक्सिंग का भूत सवार है तो जो भी नाम मेरे दिमाग में आ रहे हैं वो बॉक्सर के आ रहे हैं… क्योंकि मैंने बीते दो साल सिर्फ एक बॉक्सर की जिंदगी जी है। जो दिमाग में मोहम्मद अली हैं, मैनी पैक्याओ हैं… उनके वीडियोज जो मैं देखता हूं तो बहुत प्रेरणा मिलती है। मैनी पैक्याओ ट्रेनिंग का पहला घंटा वो सिर्फ स्किपिंग (रस्सी कूदना) करते थे। यानी एक घंटा सिर्फ स्किपिंग और उसके बाद बॉक्सिंग ट्रेनिंग करते थे।
एक ही घर में जब कई टैलेंटिड लोग होते हैं तो घर का माहौल कैसा होता है? किरदारों- फिल्मों पर क्या बातें होती हैं?
काफी खुलकर डिस्कशन होता है… जो उन्हें अच्छा लगता है वो बताते हैं, जो मुझे अच्छा लगता है मैं बताता हूं। लेकिन ये फिल्म बनने के बाद नहीं होता है, ये फिल्म के पहले होता है, जब मैं कहानी बताता हूं या वो स्क्रिप्ट पढ़ते हैं। मेरे लिए फीडबैक बहुत जरूरी होती है, और जब घर में ही टैलेंटिड लोग हैं तो उसका फायदा क्यों न उठाया जाए। तो जो भी फीडबैक मिलता है और जिस पर मैं सहमत होता हूं, उसे मानता हूं।
आप सिर्फ एक्टर ही नहीं, बल्कि राइटर, डायरेक्टर, प्रोड्यूसर, सिंगर और सॉन्ग राइटर भी हैं… इन सभी कामों में आपको सबसे ज्यादा चैलेंजिंग क्या लगता है?
मेरे ख्याल से सबसे चैलेंजिग किसी भी फिल्म में प्रोडक्शन का काम है। आपको कई लोगों को एक ही विजन दिखाना है और उसके लिए मनाना है। क्योंकि आप चाहते हैं कि आप सभी अच्छे से काम करें, खुशी से काम करें। कई बार सेट पर होता है कि कोई कहता है कि खाना अच्छा नहीं मिला, कोई कहता है सही से मुझे ट्रीट नहीं किया गया। तो ये सारी चीजें लंबे वक्त तक मैनेज करना ताकि सब खुशी से काम करें, ये ही सबसे मुश्किल काम है। तूफान में 18 महीने लग गए, ये बहुत मेहनत का काम है, थैंकलैस काम है।
आपके अपकमिंग प्रोजेक्ट्स?
मेरी अगली फिल्म आशुतोष गोवारिकर के साथ है। मैं काफी बेचैन हूं कि जल्दी से जल्दी उसे शुरू कर सकूं, लेकिन कोविड टाइम है तो कुछ भी कह पाना मुश्किल है। काफी एक्साइटमेंट हैं, क्योंकि मैं उनके साथ काफी वक्त से काम करना चाहता था। बहुत अच्छी कहानी है और सभी को अच्छी लगेगी। बाकी कुछ और प्रोजेक्ट्स भी हैं, जिनके बारे में जल्दी ही सभी को पता लगेगा।