लखनऊ. यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) 100 सीटों पर चुनाव लडे़गी. ये सीटें अधिकांश पूर्वांचल व पश्चिमी यूपी के अल्पसंख्यक बहुल इलाकों में हैं. जिन सीटों पर एआईएमआईएम चुनाव लड़ी थी, उनमें से ज्यादातर पर सपा को जीत मिली थी. इस बार एआईएमआईएम सत्ताधारी दल भाजपा से ज्यादा विपक्ष खासतौर सपा-बसपा को चुनौती देगी. एआईएमआईएम द्वारा चुनाव लड़ने की तैयारी से विपक्ष की मुसीबत तो बढ़ी है.
एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने कहा कि पार्टी की तैयारी उन 100 सीटों पर चुनाव लड़ने की है, जहां मुस्लिम आबादी अपेक्षाकृत ज्यादा है. उन्होंने बताया कि पार्टी जिन 100 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है, वे सीटें पश्चिमी यूपी के अलावा पूर्वांचल, रूहेलखंड और मध्य यूपी की होंगी. ये सीटें पश्चिम यूपी में मुरादाबाद, अमरोहा, मेरठ, बरेली, बदायूं, सम्भल, मुजफ्फरनगर. वहीं, पूर्वांचल में बहराइच, रामपुर, गोंडा, बस्ती, बलरामपुर, संतकबीरनगर, लखनऊ, कानपुर नगर, आजमगढ़, वाराणसी, गोरखपुर जिलों की सभी सीटों पर पार्टी चुनाव लडे़गी.
एआईएमआईएम ने जिन 100 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी की है, उनमें से अधिकांश सीटों पर 2017 में भाजपा ने जीत दर्ज की थी. विधानसभा चुनाव 2017 में एआईएमआईएम 38 सीटों पर चुनाव लड़ी थी, जिनमें से 37 सीटों पर उसके प्रत्याशियों के जमानत जब्त हो गई थी. कुल 38 सीटों पर एआईएमआईएम को 2.46% वोट मिले थे. बता दें कि 2017 चुनाव में एआईएमआईएम के तलत खान पांचवें स्थान पर थी जबकि यहां से सपा के संजय गर्ग को जीत मिली थी. वहीं, कैराना सीट पर एआईएमआईएम के मसीउल्लाह पांचवें स्थान पर थे जबकि यहां से सपा प्रत्याशी नाहिद हसन की जीत हुई थीं.