बाबा रामदेव के खिलाफ एक और केस, एलोपैथी पर भ्रम फैलाने के आरोप में IMA ने कराई FIR

छत्तीसगढ़ के रायपुर में योग गुरु बाबा रामदेव के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। कोरोना के इलाज में दी जा रहीं एलोपैथिक दवाओं को लेकर गलत जानकारी फैलाने के आरोप में उन पर यह केस दर्ज  किया गया है। गुरुवार को एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि बाबा रामदेव के खिलाफ बुधवार रात को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की छत्तीसगढ़ यूनिट ने एफआईआर कराई है। रायपुर के एसएसपी अजय यादव ने बताया कि रामदेव के खिलाफ सेक्शन 188, 269 और 504 के तहत केस फाइल किया गया है। महामारी को लेकर लापरवाही बरतने, अंशाति फैलाने के इरादे से अपमान करने जैसे आरोपों के तहत उनके खिलाफ केस फाइल हुआ है।

पिछले दिनों बाबा रामदेव की ओर से कोरोना वैक्सीन को लगवाने की बात कही गई थी। इसके अलावा उन्होंने डॉक्टरों को धरती पर देवता के समान बताया था। इससे इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और योग गुरु के बीच विवाद खत्म होने की उम्मीद की जा रही थी। लेकिन अब इस एफआईआर के चलते एक बार फिर से दोनों के बीच जुबानी जंग तेज हो सकती है। एसएसपी अजय यादव ने कहा कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है और मामले की जांच की जा रही है। आईएमए की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत में कहा गया है कि रामदेव ने गलत जानकारी फैलाई है।

इसके अलावा मेडिकल जगत की ओर से इस्तेमाल की जा रही दवाओं को लेकर डराने वाली बातें कही हैं। इन दवाओं के इस्तेमाल को भारत सरकार और आईसीएमआर की ओर से मंजूरी प्रदान की गई है। उनके खिलाफ दी गई शिकायत में सोशल मीडिया पर उनके वीडियोज का हवाला दिया गया है। शिकायत में कहा गया है कि सोशल मीडिया पर उनके ऐसे कई वीडियोज हैं, जिनमें वह भ्रामक बयान देते हुए दिख रहे हैं। यही नहीं शिकायत में कहा गया है कि ऐसे वक्त में जब केंद्र सरकार, डॉक्टर, पैरा मेडिकल स्टाफ कोरोना से जंग लड़ रहे हैं, तब बाबा रामदेव ने इलाज की प्रक्रिया और तरीकों को लेकर भ्रम पैदा करने की कोशिश की है।

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