नई दिल्ली, जेएनएन। देश में कोरोना की दूसरी लहर लगातार कमजोर पड़ रही है लेकिन अभी भी खतरा बरकरार है। कोरोना के खिलाफ जंग में वैक्सीन को सबसे कारगर हथियार माना जा रहा है। इसको लेकर देश भर में कोरोना टीकाकरण चलाया जा रहा है। देश में सभी वर्ग के लोग वैक्सीन आसानी से लगवा सकें इसके लिए सरकार ने टीकाकरण के नियमों को और आसान बना दिया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों को सुविधा देते हुए कोविन(CoWin) पर रजिस्ट्रेशन की अनिवार्यता को खत्म कर दिया है। इसका मतलब ये हुआ कि अब कोई भी शख्स अपने नजदीकी टीकाकरण केंद्र(वैक्सीनेशन सेंटर) जाकर केंद्र पर ही रजिस्ट्रेशन करवा सकता है और अपनी वैक्सीन लगवा सकता है।
केंद्र सरकार की ओर से जानकारी दी गई है कि कोरोना वैक्सीन देश के हर कोने तक पहुंचाने के लिए हेल्थ वर्कर्स और आशा कार्यकर्ता ग्रामीण इलाके और शहरी स्लम्स इलाकों में जाएंगी और लोगों को ऑन-साइट रजिस्ट्रेशन के लिए जागरूक करेंगी।
देश में बहुत से लोग अभी भी वैक्सीन लगवाने के लिए जरूरी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं करा पा रहे हैं। यही कारण है कि ग्रामीण इलाकों में कोरोना टीकाकरण अभियान की रफ्तार काफी कम है। इसको देखते हुए सरकार ने ये बड़ा फैसला लिया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक आंकड़ों के मुताबिक, 13 जून तक कोविन के जरिए किए गए 28.36 करोड़ रजिस्ट्रेशन में से 16.45 करोड़ (58 प्रतिशत) लाभार्थियों ने ऑन-साइट रजिस्ट्रेशन कराया है।
भारत में कोरोना वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत 16 जनवरी को हुई थी। 16 जनवरी से अब तक देश में 26 करोड़ से अधिक लोगों को कोरोना की खुराक दी जा चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जानकारी देते हुए कहा गया है कि मंगलवार को 18-44 साल के आयु वर्ग के 13,13,438 लोगों को टीके की पहली खुराक दी गई जबकि 54,375 लोगों को दूसरी खुराक लगाई गई।