वाराणसी। कार्यालय संवाददाता
कोरोना संक्रमण से स्वस्थ्य होने के बाद लोगों का फेफड़ा कमजोर हो रहा है। ऐसे में लोग क्षमता से अधिक काम कर रहे हैं। इस कारण कई मरीजों को हार्ट अटैक हो रहा है। इससे बचने के लिए फिजियोथेरेपिस्ट कोरोना से जंग जीत चुके लोगों को व्यायाम करने की सलाह देते हैं। इसे चिकित्सकीय भाषा में कार्डियो पल्मोनरी रिहैबिलिटेशन कहा जाता है। जिससे फेफड़ा धीरे-धीरे मजबूत होगा और लोगों को इससे राहत मिलेगी।
आईएमएस बीएचयू के अस्थी रोग विभाग के एसिस्टेंट प्रोफेसर एवं कोर्स कॉर्डिनटर फिजियोरेपिस्ट एसएस पांडेय ने बताया कि श्वसन तंत्र एवं हृदय की कार्य क्षमता को मजबूत करने के लिए कार्डियो पल्मोनरी रिहैबिलिटेशन विधि उपयोगी है। फिजियोथेरेपिस्ट मरीज को स्वास्थ्य संबंधित जानकारी एवं श्वसन तंत्र कार्य क्षमता का प्रशिक्षण कर इनकी कार्य क्षमता एवं अन्य समस्याओं के अनुरूप व्यायाम करने की सलाह देते हैं। व्यायाम में समय के साथ बदलाव होता है। बीच बीच में परीक्षण कर शारीरिक क्षमता का अवलोकन करते हैं, जिससे मरीजों को वास्तविक स्थिति का पता चलता है तथा उनका आत्मबल भी बढ़ता है।