मौत के सौदागर अनिल चौधरी की 100 करोड़ की संपत्ति जब्त होगी। माफिया द्वारा 20 सालों में मौत का सामान बेचकर अवैध तरीके से यह संपत्ति अर्जित की। जिले में सभी एसडीएम द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में संपत्तियों का सर्वे तैयार की रिपोर्ट बनाई है। यह आंकलन अवैध शराब सिंडीकेट के एक मुखिया का है, अभी इस सिंडीकेट के कई सदस्यो की अवैध संपत्ति का आंकलन जारी है।
अलीगढ़ में जहरीली शराब के सेवन से 102 लोगों की जान जा चुकी है। प्रशासन द्वारा अवैध शराब सिंडीकेट पर शिकंजा कसते हुए काले कारोबार से अर्जित की गई संपत्ति को भी जब्त व ध्वस्त करने की कार्यवाही शुरू कर दी है। बीते दिनों डीएम चंद्रभूषण सिंह द्वारा मौत के सौदागरों की संपत्तियों को लेकर सभी तहसीलों से ब्यौरा तलब किया था। इस पर सभी एसडीएम व तहसीलदारों ने अपने तहसीलों के थाना क्षेत्रों से संपत्तियों का सर्वे कराया। इसके बाद इसकी पूरी विस्तृत रिपोर्ट तैयार की। अब सभी तहसीलों से यह आंकड़ा जिला स्तर पर आ गया है। जिसमें शराब माफिया अनिल चौधरी के परिवार की संपत्ति को लेकर हैरान करने वाले आंकड़े सामने आए हैं। परिवार पर सरकारी कीमतों के हिसाब से अब भी करीब 100 करोड़ की संपत्ति हैं। इसमें 70 करोड़ के घर, प्लाट, कालेज व कृषि भूमि हैं। इसके अलावा पींजरी व गहलऊ में अलग-अलग कोल्ड स्टोरेज हैं। इनकी गैर जिलो में भी कई संपत्तियां होने की बात सामने आई है। इसकी कीमत भी 30 करोड़ से अधिक हैं।
0-अवैध जमीन पर बनी है पींजरी में कोल्ड स्टोरेज
शराब माफिया अनिल चौधरी का कोल तहसील के पींजरी में एक कोल्ड स्टोरेज है। प्रशासन के मुताबिक अनिल ने इससे सटी दो बीघा जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा है। दो दिन पहले इसकी शिकायत डीएम से हुई। इस पर डीएम ने कब्जे की जमीन को मुक्त कराने के निर्देश दिए। शुक्रवार को एसडीएम कोल रंजीत सिंह के नेतृत्व में राजस्व टीम पहुंची। किसानों ने इसका विरोध किया, किसानों का तर्क था कि वह पूरी तरह से प्रशासनिक कार्रवाई के साथ हैं, लेकिन फिलहाल कोल्ड में आलू भरे हुए हैं। ऐसे में यहां पर तोड़फोड़ व सीलिंग की कार्रवाई करना उचित नहीं है। एसडीएम ने बताया कि कब्जे की जमीन को प्रशासन जल्द मुक्त करेगा। जिस व्यक्ति की जमीन है, वह पहले ही अपने क्षेत्र की बाउंड्री कर लेगा। इसके बाद इतने ही हिस्से को कोल्ड से बाहर कर दिया जाएगा। वहीं, कोल्ड से आलू निकलने के बाद इस पूरे परिसर को प्रशासन कब्जे में ले लेगा।
0-एमपी में बीयर की फैक्ट्री चलाता था अनिल
सूत्रों के अनुसार शराब माफिया अनिल चौधरी ने पिछले साल मध्य प्रदेश में एक बीयर की फैक्ट्री भी खरीदी थी। इससे कई प्रदेशों में आपूर्ति होती थी, लेकिन घाटे के चलते यह फैक्ट्री नहीं चल सकी। हालांकि, प्रशासनिक जांच में इसका कोई अधिकारिक रिकार्ड नहीं मिला है।
0-गैंगेस्टर के तहत जब्त होगी संपत्ति
प्रशासन शराब माफियाओं के खिलाफ गैंगस्टर के तहत कार्रवाई करने में जुटा हुआ है। पुलिस से इसी आधार पर रिपेार्ट मांगी गई है। जैसे ही पुलिस से गैंगस्टर की फाइल प्रशासन के पास आएगी, जिसके बाद संपत्ति जब्त करने के आदेश कर दिए जाएंगे। इसमें संपत्ति के मालिक से इसके खरीदने का लेखा-जोखा भी मांगा जाएगा। जिले में यह पहला मौका होगा, जब प्रशासन जिले में इतनी बड़ी कार्रवाई करेगा।
0-ऋषि-मुनि पर ने भी मौत का सामान बेचकर करोड़ों की संपत्ति की अर्जित
अवैध शराब सिंडीकेट के दूसरे सदस्य ऋषि शर्मा के परिवार पर भी करोड़ों रुपये की संपत्ति हैं। फार्म हाउस से लेकर कई बड़े प्रोजेक्ट होने की बात सामने आई है। कोल तहसील की टीम ने अभी तक ऋषि-मुनि की संपत्ति का अब तक मूल्यांकन नहीं किया है।
0-अलीगढ़ में छह शराब माफिया घोषित
जहरीली शराब मामले में शुक्रवार को प्रशासन ने जिले में छह नए शराब माफिया घोषित कर दिए। अब तक जिले में कुल 12 शराब माफिया हो गए हैं। प्रशासन अब इनके खिलाफ गैंगस्टर समेत अन्य कार्रवाई करेगा। आबकारी विभाग से मिली रिपोर्ट के आधार पर प्रशासन ने छह मौत के सौदागारों को माफिया घोषित किया है।
0-यह हैं नए शराब माफिया
1-अनिल चौधरी निवासी धारा की गढ़ी लोधा
2-सुधीर चौधरी निवासी धारा की गढ़ी लोधा
3-ऋषि शर्मा निवासी जवां थाना जवां
4-मुनीश शर्मा निवासी कस्बा जवां थाना जवां
5-विपिन यादव निवासी इंद्रपुर मैनुपरी
6-शिवकुमार यादव निवासी निवासी हयान हाथरस
0-यह पहले से हैं शराब माफिया घोषित
1-दिलीप उर्फ छोटू पुत्र राकेश सिंह निवासी गोदई, फिरोजाबाद
2-ओमवीर निवासी इंद्रपुर, थाना किश्नी, मैनपुरी
3-तरूण पुत्र जवाहर निवासी गोमती नगर, नगला मसानी, देहली गेट
4-दाऊदयाल पुत्र गणेशीलाल निवासी धनीपुर मंडी, गांधीपार्क
5-अनिल कुमार पुत्र अमर सिंह निवासी गांधी मोहल्ला, फरीदाबाद
6-ललित कुमार पुत्र राम खिलाड़ी निवासी मो. नाईयायान, विजयगढ़, क्वारसी
अवैध शराब कांड में लिप्त अनिल चौधरी की संपत्ति का का आंकलन कराया जा रहा है। अवैध शराब के जरिए काली कमाई से करोड़ों रूपए की सम्पत्ति अर्जित किए जाने की बात सामने आई है। संपत्ति जब्त करने की कार्यवाही जल्द की जाएगी। छह नए शराब माफिया घोषित किए जा चुके हैं।