चिकित्सा जगत में घमासान

जब अंधे घोड़े को बेचना होता है तो तारीफ उसके पैरों की करी जाती है।

💐 क्या बालकृष्ण या रामदेव के अस्पताल में भर्ती हो जाने से एलोपैथी के कसाई व्यापारियों की तरह कमाई करने वाले डॉक्टर दूध के धुले साबित हो जाते हैं ??

तो फिर कोरोनिल खाने वालों के कारण बाबा भी उजले साबित हो जाते हैं !!

बात हर गलत का विरोध का हो न कि पैथी का विरोध !!

💐 लाख बुरे होंगे बाबा रामदेव पर न तो वे कसाई हैं जो मजबूर रोगी से बिना इलाज वाले रोग के इलाज का 7 से 40 लाख ले रहें हैं !!

कोई भर्तस्ना करेगा कि क्यों आता है इतना बिल !!

💐 लाख बुरे होंगे बाबा रामदेव लेकिन राक्षस नहीं है!! अत्यल्प उपलब्ध और जान न बचाने वाली रेमडीसीवीर दवा नहीं लिखी। क्या कोई निंदा करेगा कि जब WHO, ICMR से लेकर तमाम बड़े चिकित्सकों ने इसे जान न बचाने वाली कहा, तो फिर इसे क्यों लिखा गया ?? धिक्कार कहिये !!

💐 लाख बुरे होंगे बाबा पर पिशाच नहीं हैं!!ऑनलाइन कंसल्टेंसी के 6,000 से लेकर 50,000 नहीं लिए!!निःशुल्क परामर्श देते आ रहें हैं। कभी हिम्मत करके उनके भी नाम पर थूक दो, जो ये अमानवीय रकम ऑनलाइन फीस की ले रहें हैं !!

💐 लाख होंगे बाबा खराब पर आदमखोर नहीं हैं!! क्यों नहीं अपनी पैथी से उन कसाई डॉक्टरों को निकाला ?? क्यों नहीं उनके हॉस्पिटल को सीज करके सरकारी हॉस्पिटल बनाया जो नकली रेमडीसीवीर इंजेक्शन भी 75,000 रुपयों में लगाकर रक्तपिशाच बने हुए हैं ?? जेनेरिक दवा देकर सैकड़ों गुना MRP पर बिल बनता है!! दर्जनों न्यूज़ लोग देख चुके हैं !!

💐 लाख होंगे बाबा व्यापारी, पर कफनखोर नहीं है !! भर्ती रोगी तक समान पहुचाने से लेकर, किट तक के सबसे अलग अलग राशि नहीं वसूला !!एक ही किट पहनकर पूरे वार्ड में घूमने वाले सभी से किट के अलग अलग लाखों वसूल रहें हैं!!

और लाश तब तक नहीं दी जाती जब तक पूरा पेमेंट न हो जाये !!

💐 लाख आंख मारते होंगे बाबा, लेकिन कभी मरे हुए को जिंदा बताकर बिल नहीं लिया !! क्या एक भी ऐसा उदाहरण है कि चिकित्सा बिरादरी ने लाशों के ऐसे सौदागरों की भर्त्सना कर उनको कानून के हवाले करवाने की मुहिम चलाई हो ?? कभी सोचा कि गिरेबान में झांक लें !!

💐 लाख मुंहफट होंगे बाबा !! लेकिन कमीशनखोर नहीं हैं !! इनको शर्म। नहीं आती कि हॉस्पिटल में रजिस्ट्रेशन का क्या तुक है !! क्या हम किसी दुकान से वस्तु लेंगे, तो उसके यहां रेजिस्ट्रेशन करवाएंगे !! क्यों नहीं इनमें से कोई बोला कि ये गोरखधंधा है !!

क्यों हर रिपोर्ट पर 20-40% तक कमीशन इनको पहुंच जाता है !! क्या कोई बोला कि ये हराम की कमाई है, इसे बंद करो!!

धन्यवाद बाबा रामदेव का कि पिछले 15 साल में उन्होंने इतने सारे योग प्रशिक्षक बना दिये जो पूरे भारत मे 1000 से 5000 रुपये महीने लेकर या बिल्कुल मुफ्त भी लोगों की इम्युनिटी बढ़ा रहे हैं। और आप, आप तो हर दूसरी विजिट पर 800 से 2000 रुपये, बेशर्मी से मांग लेते हो। आप में तो इतनी इंसानियत भी नहीं बची कि फ्री में देखे या अपने पैथोलॉजी और x-ray का कमीशन छोड़ दें!

💐 लाख होंगे बाबा नालायक !! लेकिन इस लायक तो है ही कि हॉस्पिटल में जो 100 रुपये वाली सांस फूलने वाली मशीन रेस्पिरोमेट्री के MRP 650 रुपये लेकर सांस फुलाओ कहते हो बाबा रोज निःशुल्क करवाता है!!

एक बार तो कह दो कि जिन लोगों ने प्राणायाम कर फेफड़ों को ठीक रखा, वे गम्भीर नहीं हुए।
उनको ओक्सिजन पर या तो नहीं जाना पड़ा या रिकवरी जल्दी हुई !!

शर्म आती है बाबा से !!

दरअसल बाबा ने तुम लोगों की पूंछ अपने पांव के नीचे दबा रखी हैं….. तुम सालो से बिलबिला रहे हो…जब भी काटने का मौका मिलता है… तुम बाबा को काटने के लिए लपकते हो…..

बस तुम लोगो की इतनी ही औकात है!!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *