जलवायु संकट की वजह से भारतीय कंपनियों को अगले 5 सालों में 100 बिलियन डॉलर यानी करीब 732 करोड़ रुपये का नुकसान होगा। यह दावा सीडीपी की रिपोर्ट में किया गया है। सीडीपी एक ऐसा संगठन है जो निवेशकों, कंपनियों, शहरों, राज्यों और क्षेत्रों के लिए ग्लोबल डिस्क्लोजर सिस्टम पर काम करता है।
रिपोर्ट का शीर्षक, ‘Building Back Greener’ है। यह रिपोर्ट भारत की 220 में से उन 42 कंपनियों से मिली प्रतिक्रियाओं पर आधारित है। जिन 220 कंपनियों पर सीडीपी ने इस रिपोर्ट के लिए चुना था उनमें से 60 बीएसई यानी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की टॉप 200 कंपनियों में शुमार है।
सीडीपी की रिपोर्ट में शामिल गई 67 बड़ी कंपनियों में से 88 प्रतिशत ने बताया कि उन्होंने अपने टॉप मैनेजमेंट को जलवायु-संबंधी कार्रवाई के लिए प्रोत्साहित करते हैं। 220 कंपनियों में से 67 बड़ी कंपनियां थीं जबकि बाकी सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2019 में जलवायु संकट की वजह से कंपनियों को नुकसान का जोखिम 88 प्रतिशत था जबकि यह इस साल बढ़कर 94 प्रतिशत गया। 67 में से 42 कंपनियों ने जहां यह बताया कि उन्हें कितना आर्थिक नुकसान होगा लेकिन बाकी कंपनियां सटीक अनुमान नहीं दे सकीं। हालांकि, इन कंपनियों ने भी माना कि जलवायु संकट की वजह से उनका जोखिम बढ़ा है।