सीएम का फर्जी सलाहकार बनकर फोन पर एसपी से रौब गांठा – पकड़ा गया आरोपी, गया जेल

सीएम का फर्जी सलाहकार बनकर फोन पर एसपी से रौब गांठा;

पकड़ा गया आरोपी, गया जेल

रायबरेली।
दहेज उत्पीड़न के मामले में पुलिस पर फर्जी दबाव बनाने के लिए मुख्यमंत्री का फर्जी सलाहकार बनकर एक जालसाज ने एसपी श्लोक कुमार पर ही जमकर रौब गांठ दिया। शक होने पर एसपी ने शहर कोतवाल के साथ एसओजी टीम को जांच में लगा दिया। जांच में फर्जीवाड़ा सामने आया। एसपी के पीआरओ रविन्द्र सोनकर की ओर से शहर कोतवाली में फर्जीवाड़ा करने वाले के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। इसके बाद पुलिस ने आरोपी को लखनऊ से दबोच लिया। पूछताछ के बाद आरोपी को जेल भेज दिया गया। इस मामले में एक आरोपी फरार है। 
रविवार को पुलिस लाइन के सभागार में घटना का खुलासा करते हुए एसपी श्लोक कुमार ने बताया कि बीती 22 जनवरी को उनके कैंप कार्यालय में लगे टेलीफोन पर फोन आया कि मुख्यमंत्री के सलाहकार बात करना चाहते हैं। ड्यूटी पर मौजूद पुलिस कर्मी ने कॉल एसपी के पास फारवर्ड कर दी। सीएम के फर्जी बने सलाहकार ने शहर में एक चिकित्सक पर दर्ज दहेज उत्पीड़न के मामले को लेकर एसपी पर जमकर रौब गांठा और मुकदमें में गंभीर धाराएं लगाकर नामजद लोगों को जेल भेजने के निर्देश दिए। एसपी को संदेह हुआ। उन्होंने एसओजी टीम के प्रभारी अमरेश त्रिपाठी और शहर कोतवाल अतुल कुमार सिंह को इस मामले की जांच करने के निर्देश दिए। जांच में पता चला कि मुख्यमंत्री का ऐसा कोई सलाहकार है नहीं है।

सरकारी नंबरों से मिलता-जुलता नंबर किया इस्तेमाल;
जिस मोबाइल नंबर से एसपी से बात हुई वह नंबर सीयूजी नंबर से मिलता हुआ था। जांच में यह खुलासा हुआ कि सरकारी लगने वाला मोबाइल नंबर फर्जी आईडी से जारी कराया गया था। सामने आया कि सीएम का फर्जी सलाहकार बनकर  डॉ. अब्दुल सलीम पुत्र अब्दुल नईम ने फोन किया था। डॉ. अब्दुल लखनऊ जिले के पारा थाने के आलम नगर रेलवे क्रासिंग के पास का रहने वाला है। वह वहां इंडिया हास्पिटल नाम से एक नर्सिग होम संचालित करता है। पुलिस ने उसे लखनऊ से ही दबोच लिया। पकड़े गए डॉ. अब्दुल के पास से दो फर्जी सिम, ढाई हजार रुपए नकद और एक मोबाइल सेट बरामद किया गया है।

फरार साथी पर 25 हजार रुपए का इनाम:
पकड़े गए आरोपी ने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए पुलिस को बताया कि इस काम में लखनऊ का ही उसका एक साथी सैय्यद नसर नफीस उर्फ साहिल भी शामिल था। वह माल एवेन्यू का रहने वाला है। एसपी ने बताया कि डॉ. अब्दुल को फरार साथी ने ही उससे कहा था कि मुख्यमंत्री का फर्जी सलाहकार बनकर एसपी को फोन करके दबाव बनाएंगे और तुम्हारा काम करवा देंगे। एसपी ने फरार आरोपी सैय्य्द नसर नफीस उर्फ साहिल के ऊपर 25 हजार रुपए का ईनाम भी घोषित किया है।

मुख्यमंत्री कार्यालय से जांच के बाद पकड़ा गया फर्जीवाड़ा;

सीएम का सलाहकार बनकर फोन करने वाले जालसाज के बारे में एसपी श्लोक कुमार ने पहले सीएम कार्यालय से सलाहकार के बारे में पूरी डिटेल मांगी। उन्होने यह भी पता लगाया कि क्या ऐसा कोई फोन उनके दफ्तर से किया गया है? जांच में पता चला कि मुख्यमंत्री के किसी भी सलाहकार ने ऐसा कोई फोन नहीं किया। इसके बाद एसपी की आशंका को और बढ़ा दिया। इसके बाद जांच में जालसाजी सामने आ गई।

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