देश को कोरोना वैक्सीन मिल चुकी है, लेकिन अभी उसकी तैयारियों का जायजा लेने के लिए सरकार देशभर में ड्राई रन करा चुकी है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा है कि जल्द देशवासियों तक वैक्सीन पहुंच जाएगी। इसी पर नेशनल कांफ्रेंस के नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को सवाल किया कि भारत अभी भी ड्राई रन तक ही सीमित क्यों हैं?
आपातकालीन उपयोग की मंजूरी पहले से ही दो टीकों को दी गई है – पहला सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविल्ड, जिसे ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्रजेनेका द्वारा विकसित किया गया है और दूसरा भारत बायोटेक की कोवैक्सिन, जिसे भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी, पुणे के सहयोग से विकसित किया गया है।
उमर अबदुल्ला ने ट्वीट कर कहा, “हम अभी भी मॉक ड्रिल क्यों कर रहे हैं? टीकों को 4 दिन से अधिक समय पहले आपातकालीन मंजूरी दी गई थी। कई अन्य देशों ने आपातकालीन स्वीकृति देने के कुछ घंटों के भीतर पहली खुराक देना शुरू कर दिया है। हम अभी तक क्यों रुके हैं?”
दूसरी मॉक ड्रिल शुक्रवार को 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 736 जिलों में आयोजित की गई थी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा है कि जल्द ही राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में वैक्सीन शॉट्स भेजे जाएंगे।
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने शुक्रवार को सभी विमान ऑपरेटरों को दिशा-निर्देश जारी किए, जो देश के विभिन्न हिस्सों में सूखी बर्फ में पैक कोविड -19 टीकों के परिवहन की योजना बना रहे हैं।
पीएमओ ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ कोविद -19 स्थिति और देश में टीकाकरण रोल-आउट पर चर्चा करेंगे। ।