कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी शनिवार को पार्टी महासचिवों और प्रभारियों के साथ किसान आंदोलन को लेकर चर्चा करेंगी। सूत्रों के अनुसार, किसान आंदोलन को समर्थन करने की रणनीति बनाने के लिए एक वर्चुअल बैठक बुलाई गई है। कांग्रेस सितंबर में केंद्र द्वारा लागू किए गए नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन में किसानों के समर्थन में रही है।
सोनिया गांधी ने इससे पहले एक बयान जारी कर कहा था कि आजादी के बाद से वर्तमान सरकार सबसे अहंकारी सरकार रही है और उसने केंद्र को इन कानूनों को निरस्त करने और राज धर्म का पालन करने की सलाह दी थी।
कांग्रेस किसानों के आंदोलन को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ आक्रामक होने की योजना बना रही है। इस बैठक में सोनिया गांधी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को सड़कों पर उतरने और आंदोलन को तेज करनी का आदेश दे सकती हैं।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शुक्रवार को कांग्रेस नेताओं को राष्ट्रीय राजधानी की विभिन्न सीमाओं पर तीन विवादास्पद कृषि कानूनों का विरोध करते हुए कहा कि कृषि कानूनों को निरस्त करने से कम कुछ भी स्वीकार्य नहीं होगा।
आपको बता दें कि प्रदर्शनकारी किसान यूनियनों और केंद्र के बीच शुक्रवार को आयोजित आठवें दौर की वार्ता भी अनिर्णायक रही। अगले दौर की बैठक 15 जनवरी को होगी।