IIआज का पंचांग एवं ग्रहों की स्थितिII
Alok Vajpeyee (Astrologer),
🕉 रश्मिमन्तं समुद्यन्तं देवासुरनमस्कृतम् । पुजयस्व विवस्वन्तं भास्करं भुवनेश्वरम् ॥
सर्वदेवात्मको ह्येष तेजस्वी रश्मिभावन: । एष देवासुरगणांल्लोकान् पाति गभस्तिभि: ॥
अर्थात-: भगवान सूर्य अपनी अनन्त किरणों से सुशोभित (रश्मिमान्) हैं। ये नित्य उदय होने वाले (समुद्यन्), देवता और असुरों से नमस्कृत, विवस्वान् नाम से प्रसिद्ध, प्रभा का विस्तार करने वाले (भास्कर) और संसार के स्वामी (भुवनेश्वर) हैं। तुम इनका (रश्मिमते नमः, समुद्यते नमः, देवासुरनमस्कताय नमः, विवस्वते नमः, भास्कराय नमः, भुवनेश्वराय नमः इन नाम मंत्रों के द्वारा) पूजन करो।
IIआज का पंचांग एवं ग्रहों की स्थितिII
🕉 श्री गणेशाय नमः, जय श्री कृष्ण 🙏🙏
🙏🙏 सब सुखी व स्वस्थ रहें 🌱🌹
विक्रम संवत 2081
संवत्सर नाम -: कालयुक्त
संवत्सर राजा-: मंगल
संवत्सर मंत्री-: शनि
🌕सूर्य दक्षिणायन, ऋतु-: शिशिर
सूर्य उदय : प्रातः 7/19
सूर्य अस्त : सायं 5/40
📺 पौष मास शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि (त्रयोदशी तिथि का क्षय)
अंग्रेजी दिनांक-: 12/1/2025
दिन-: रविवार
🌕 चंद्रमा-: मिथुन राशि में
🥳राशि स्वामी-: बुद्द
🌱 आज का नक्षत्र-: मृगशिरा प्रात: 11/25 तक उसके बाद आर्द्रा
💓 नक्षत्र स्वामी – : मंगल/राहु
✨️ चंद्रमा का नक्षत्र प्रवेश:
सूर्योदय पूर्व 5/40 से मृगशिरा नक्षत्र चरण 4 में
प्रात: 11/25 से आर्द्रा नक्षत्र चरण 1 में
सायं 5/13 से आर्द्रा नक्षत्र चरण 2 में
रात्रि 11/02 से आर्द्रा नक्षत्र चरण 3 में
🔥 योग -: ब्रम्ह प्रात:9/09 तक, उसके बाद ऐंद्र
🪴 ईशान व्रत (ईशान व्रत, भगवान शिव को समर्पित एक व्रत है. इस व्रत में पूजा के लिए ईशान कोण की दिशा को चुना जाता है. ईशान कोण, घर की उत्तर-पूर्व दिशा को कहते हैं,इस व्रत को ग्यारह या 26 त्रयोदशियों तक रखा जा सकता है.व्रत का समापन त्रयोदशी तिथि को करना चाहिए)
♻️ शुभ दिशा-: दक्षिण, पश्चिम, दक्षिण-पश्चिम
♻️ दिशा शूल -: पूर्व दिशा की ओर यात्रा करने से बचें, अति आवश्यक होने पर अदरक या उड़द खाकर प्रस्थान करें
आज की ग्रह स्थिति -:
🌷सूर्य -: धनु राशि उत्तरषाढ़ा नक्षत्र चरण 1 में नक्षत्र स्वाqमी सूर्य)
🛑मंगल (वक्री) -: कर्क राशि पुष्य नक्षत्र चरण 1 में (नक्षत्र स्वामी शनि) प्रात: 6/43 से पुनर्वसु चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी गुरु)
🌱 बुद्ध -: धनु राशि मूल नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी केतु)
🌕गुरु वक्री -: वृष राशि रोहिणी नक्षत्र चरण 3 में (नक्षत्र स्वामी चंद्र)
💃 शुक्र -: कुम्भ राशि धनिष्ठा शतभिषा चरण 3 में (नक्षत्र स्वामी राहु)
🌊 शनि -: कुंभ राशि पूर्व भाद्रपद नक्षत्र चरण 1 में (नक्षत्र स्वामी गुरु)
🎥 राहु-: मीन राशि उत्तर भाद्रपद नक्षत्र चरण 2 में (नक्षत्र स्वामी शनि) रात्रि 12/12 बजे से उत्तर भाद्रपद
चरण 1 में (नक्षत्र स्वामी शनि)
🛐केतु-: कन्या राशि उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी सूर्य) रात्रि 12/12 से चरण 3 में
🤬राहु काल -: सायं 4/25 से 5/43 बजे तक कोई शुभ या नया कार्य न करें
दैनिक लग्न सारणी -:
प्रात: 7/26 तक धनु
9/09 तक मकर
10/37 तक कुम्भ
दोपहर 12/01 तक मीन
1/37 तक मेष
3/32 तक वृष
सायं 5/46 तक मिथुन
रात्रि 8/07 तक कर्क
10/25 तक सिंह
12/41 तक कन्या
2/59 तक तुला
सूर्योदय पूर्व 5/18 तक वृश्चिक
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🙌🙌🙌 जय जय श्री राधे 🙌🙌🙌🙌