उत्तर प्रदेश के शहरी विकास मंत्रालय के प्रमुख सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने बताया कि आगरा मेट्रो में चलने वाले कोच बड़ोदरा (गुजरात) में तैयार हो रहे हैं। इन कोचों को एस्टर्म इंडिया कंपनी द्वारा तैयार किया जा रहा है। इसको तैयार करने का काम भी शुरू हो चुका है। उन्होंने बताया कि वन नेशन वन कार्ड से पूरे देश में कहीं भी सफर कर सकेंगे। साथ ही मेट्रो लाइट, मेट्रो वाटर और मेट्रो न्यू योजना की भी जल्द शुरुआत होगी।
मिश्र ने कहा कि मेट्रो पर पूरे देश में एक साथ काम चल रहा है। वर्ष 2022 में देश की 75वीं जयंती पर एक हजार किलोमीटर से ज्यादा क्षेत्र में मेट्रो का नेटवर्क दिखने लगेगा। एक करोड़ लोग इनमें यात्रा करेंगे। उन्होंने बताया कि पहले 12 करोड़ रुपए में एक कोच खरीदना पड़ता था, लेकिन अब भारत में ही इसका निर्माण होने लगा है। अब एक कोच आठ करोड़ रुपये में पड़ता है। उन्होंने बताया कि देश में मेट्रो, बसों और टोल प्लाजा पर एक ही कार्ड काम करेगा। ये पार्किंग में भी चलेगा।
मेट्रो वाटर चलाने का काम जून 2021 में शुरू हो जाएगा। 2022 में 72 किलोमीटर की वाटर मेट्रो चलनी शुरू हो जाएगी। मेट्रो लाइट का पिछले साल 2019 में शुभारंभ किया गया था। इसे इलाहाबाद और गोरखपुर जितनी आबादी वाले शहरों में शुरू करने की योजना है। एक किलोमीटर में एलीवेटेड बनाने पर 300 करोड़ और भूमिगत बनाने पर एक किलोमीटर में 600 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। मेट्रो न्यू को 10 लाख तक की आबादी वाले शहरों में शुरू किया जाएगा। इसे टायरों पर चलाया जाएगा। इस पर एक किलोमीटर में 50 से 60 करोड़ रुपये का ही खर्च आएगा। वहीं प्रदेश के सात शहरों में 131 किलोमीटर मेट्रो लाइन का काम चल रहा है।
ऑस्ट्रेलिया सहित कई अन्य देशों में दौड़ने वाली मेट्रो पर ‘मेड इन इंडिया’ लिखा दिखेगा। प्रमुख सचिव ने बताया कि मिडिल ईस्ट और एशिया के कई अन्य देशों में भी भारत में बनी मेट्रो चलेगी। दरअसल भारत में प्लांट लगाकर मेट्रो का निर्माण करने वाली कंपनी अलस्टोम और बम्बार्डियर इंक ने अब यहीं से दूसरे देशों में भी मेट्रो निर्यात का फैसला किया है।