कृषि कानून के विरोध में मंगलवार को भाकियू के भारत बंद के दौरान मेरठ, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, बुलंदशहर, बागपत, शामली और हापुड़ में 183 स्थानों पर हाईवे जाम किया जाएगा। एंबुलेंस और शादी के वाहनों को किसान नहीं रोकेंगे। वेस्ट की सबसे बड़ी मुजफ्फरनगर की गुड़ मंडी बंद में शामिल नहीं होगी। इसी तरह सहारनपुर की मंडी भी खुलेगी लेकिन बुलंदशहर की मंडियां बंद रहेंगी। वहीं, पुलिस-प्रशासन ने कमर कस ली है।
जोन और सेक्टर स्कीम लागू कर सुबह सात बजे से सड़कों पर फोर्स उतारने का फैसला लिया है। सपा, बसपा, कांग्रेस व रालोद ने बंद का समर्थन किया है। मेरठ में बाजार बंद करने को लेकर व्यापारी बंट गए हैं। शासन के आदेश पर कमिश्नर अनीता सी मेश्राम और एडीजी राजीव सबरवाल ने बंद को लेकर विशेष सतर्कता के निर्देश दिए हैं।
भाकियू नेताओं के अनुसार मेरठ जिले में 37 स्थानों पर चक्का जाम रहेगा। सभी हाईवे, तहसील और ब्लाक जाने वाली सड़कों को किसान जाम करेंगे। जिलाध्यक्ष मनोज त्यागी ने कहा कि किसान स्वेच्छा से कहीं भी जाम लगा सकते हैं। बिजनौर में 85 स्थानों पर भाकियू कार्यकर्ता चक्का जाम करेंगे। यहां बैराज रोड चौराहा, चक्कर रोड, नगीना, नजीबाबाद, धामपुर, चांदपुर आदि स्थानों पर जाम लगाया जाएगा। सहारनपुर में दो स्थानों पर हाईवे पर चक्का जाम किया जाएगा। मुजफ्फरनगर भाकियू का मुख्यालय है। इसलिए यहां पर बंद और चक्का जाम का जोर कुछ अधिक रहेगा। जिलेभर में करीब 20 स्थानों पर चक्का जाम किया जाएगा। गुड़ मंडी बंद में शामिल नहीं होगी।
शामली में 19 स्थानों पर चक्का जाम करने की योजना है। बार एसोसिएशन ने भी किसानों के भारत बंद को समर्थन दिया है। बंद के दौरान जरूरी सेवाओं के वाहनों, एम्बुलेंस और छात्रों के वाहनों को रास्ता दिया जाएगा। बुलंदशहर में नौ स्थानों पर चक्का जाम किया जाएगा। जिले की सभी अनाज, फल सब्जी मंडी बंद रहेंगी। हापुड़ जिले को तीन सेक्टर में बांट दिया गया है। पुलिस, आरपीएफ और पीएसी तैनात कर दी गई है। जिलेभर में तीन स्थानों पर जाम लगाया जाएगा। बागपत में भाकियू और रालोद ने बागपत, बड़ौत, खेकड़ा सहित आठ जगहों पर चक्का जाम की तैयारी पूरी कर ली है।
हाईकोर्ट बेंच केंद्रीय संघर्ष समिति ने भारत बंद का समर्थन करते हुए मंगलवार को नो वर्क का आह्वान किया है। संघर्ष समिति के चेयरमैन महावीर सिंह त्यागी और महामंत्री सचिन चौधरी ने कहा है कि पश्चिम उत्तर प्रदेश में मंगलवार को अधिवक्ता काम नहीं करेंगे।