राजधानी के बुजुर्ग कर्नल व उनकी पत्नी समेत 24 लोगों ने कोरोना को हराने में कामयाबी हासिल की है। कर्नल व उनकी पत्नी का इलाज कैंट स्थित बेस अस्पताल में इलाज चल रहा था। दो बार रिपोर्ट नेगेटिव आने पर डॉक्टरों ने उन्हें डिस्चार्ज कर दिया।
लखनऊ में पहली कोरोना संक्रमित मरीज के रूप में कनाड़ा से लौटी महिला डॉक्टर को केजीएमयू में भर्ती कराया गया था। महिला डॉक्टर ठीक होकर घर गई। सास व ससुर को बुखार, सर्दी-जुकाम हुआ। परिवारीजनों ने दोनों को कैंट स्थित बेस अस्पताल में भर्ती कराया। दोनों में कोरोना पॉजिटिव मिला। दो अप्रैल को बुजुर्ग दम्पत्ति को भर्ती कराया गया। करीब 27 दिन दोनों का इलाज चला। कोरोना वायरस को हराने के बाद दोनों की छुट्टी कर दी गई।कोरोना विजेताओं ने डिस्चार्ज के वक्त कहा कि वायरस से डरे नहीं। डटकर मुकाबला करें। जब हम 73 साल के बुजुर्ग होकर कोरोना को हरा सकते हैं तो बाकी लोग भी कोरोना वायरस को मात दे सकते हैं। इस मौके पर बुजुर्गों ने डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ को थैक्यू कहा।