केन्द्रीय नेतृत्व के आहवान पर केन्द्र सरकार द्वारा लाये जा रहे इलेक्ट्रिसिटी (अमेण्डमेंड) एक्ट 2020 और निजीकरण के विरोध में सभी विद्युत अधिकारियों/कर्मचारियों/संविदाकर्मी द्वारा मौजूदा महामारी को ध्यान में रखते हुए एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए आज दिनांक 05.10.2020 से जनपद जौनपुर के संयुक्त संघर्ष समिति के समस्त घटकों के द्वारा सम्पूर्ण कार्य बहिष्कार प्रारम्भ किया गया। कर्मचारियों द्वारा कहा गया कि सरकार द्वारा जब तक निजीकरण का फैसला वापस नहीं लिया जाता तब तक कार्य बहिष्कार किया जायेगा। निजीकरण के विरोध में आखिरी संास तक निर्णायक युद्व लड़ने और सरकार की गलत नीतियों के कारण अगर जेल जाना पड़ा तो इसके लिए भी तैयार रहने को कहा गया। कर्मचारियों द्वारा यह भी कहा गया कि प्रदेश में कही भी विद्युत कर्मचारियों का उत्पीड़न शासन/प्रशासन द्वारा किया जाता है तो उसी क्षण समस्त कर्मचारी जेल भरों आंदोलन प्रारम्भ कर देंगे। विरोध प्रदर्शन की अध्यक्षता ई0 ए0 के0 सिंह और संचालन श्री निखिलेश सिंह के द्वारा किया गया।
इस अवसर पर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के ‘‘संरक्षक‘‘ व ‘‘अध्यक्ष पंेशनर्स‘‘ एसोसिएशन के श्री सी0बी0 सिंह, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिला महामंत्री श्री चन्देशेखर जी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष वेचन मिश्रा व मंत्री राजबली यादव, उपाध्यक्ष के0के0 तिवारी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष ई0 राजेन्द्र सिंह एवं सफाई कर्मी के जिलाध्यक्ष संजय चैधरी जी भी उपस्थित थे एवं इन लोगो ने अपना समर्थन भी विद्युत कर्मिर्यों को दिया। इस अवसर पर श्री विजय सिंह, अध्यक्ष पूर्वांचल विश्वविद्यालय, श्री विजय सिंह बागी ‘‘अध्यक्ष‘‘ दुर्गा पूजा महासमिति, मोती लाल यादव, अनील अस्थाना, मनीष देव तथा मनीष श्रीवास्तव, ई0 नजम अहमद, ई0 राम अधार, संजय यादव, सत्या उपाध्याय ने अपने विचार व्यक्त किये तथा धरना प्रर्दशन में ई0 विनोद गुप्ता, ई0 हरीश प्रजापति, ई0 अभिषेक श्रीवास्तव, ई0 मनोज कुमार, ई0 संजय गुप्ता, ई0 विकास यादव, ई0 रोशन जमीर, ई0 बिनोद कुमार, ई0 राहुल कुमार, ई0 अमर सिंह पटेल, ई0 आतिश यादव, ई0 निर्भिक भारती, ई0 प्रदीप कुमार, ई0 अभिषेक केशरवानी, असगर मेहदी, प्रदीप राय, अश्वनी श्रीवास्तव, प्रभात पान्डेय, विश्राम मौर्या, आजाद चन्द्रशेखर, संतोष श्रीवास्तव, मोहन पान्डेय, विजय चैहान, रविन्दर सिंह, विजय यादव, रण बहादुर यादव, प्रमोद मौर्या, रितेश, बृजेश राय, अशोक पटेल, संतराम इत्यादि लोग मौजूद रहे।