कोरोना संक्रमण की आशंका और लॉकडाउन के कारण वन प्रभाग ने फूलों की घाटी (वैली ऑफ फ्लावर्स नेशनल पार्क) को इस बार एक जून को नहीं खोलने का निर्णय लिया है। स्थिति सामान्य होने के बाद ही इस पर अगला फैसला लिया जाएगा। 12,000 फीट की ऊंचाई पर 87.5 वर्ग किलोमीटर में फैली फूलों की घाटी में सैंकड़ों प्रजातियों के फूल पर्यटकों के लिए खासा आकर्षण का केंद्र रहे हैं।
फूलों की घाटी क्षेत्र के रेंज अधिकारी बृज मोहन भारती ने यह जानकारी देते हुए बताया कि अधिकारियों के निर्देश के बाद फूलों की घाटी को एक जून को पर्यटकों के लिए नहीं खोलने का निर्णय लिया गया है। पिछले वर्ष फूलों की घाटी के दीदार करने 17, 645 पर्यटक पहुंचे। इससे वन विभाग को 27.60 लाख रुपये की आमदनी हुई।
भारती ने बताया कि लॉकडाउन के कारण मजदूर नहीं मिलने से घांगरिया से फूलों की घाटी तक के तीन किमी के मार्ग में पसरे ग्लेशियर नहीं हटाए जा सके हैं। इस बार अच्छी बर्फबारी होने से पुष्प ब्ल्यू पापी, ब्रह्म कमल, एनीमून, पोटैंटिला, वाइल्ड रोज, सन फ्लावर समेत 500 से अधिक प्रजाति के पुष्पों के खिलने की उम्मीद बढ़ गई है