केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद और कपिल सिब्बल को कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल होने का सुझाव दिया है। अठावले ने कहा कि केंद्र की एनडीए सरकार सत्ता में वापसी करेगी और चूंकि कपिल सिब्बल, गुलाम नबी आजाद और अन्य दिग्गज कांग्रेसी नेताओं पर भाजपा के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया गया है, इसलिए उन्हें ज्योतिरादित्य सिंधिया की तरह अपना इस्तीफा देना चाहिए और भाजपा में शामिल हो जाना चाहिए।
अठावले ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया, “कांग्रेस प्रमुख के पद को लेकर विवाद है। राहुल गांधी ने सिब्बल, आजाद पर बीजेपी की ओर से काम करने का आरोप लगाया है। इसलिए, मैं सिब्बल और आजाद से कांग्रेस से इस्तीफा देने का अनुरोध करता हूं। उन्होंने कांग्रेस का विस्तार करते हुए कई साल बिताए हैं, लेकिन उन्हें बाहर निकलना चाहिए। वे बीजेपी में शामिल हो जाएं।”
उन्होंने कहा, “अगर उनका अपमान किया जा रहा है तो उन्हें कांग्रेस वैसे ही छोड़ देना चाहिए जैसा ज्योतिरादित्य सिंधिया ने किया था, यहां तक कि सचिन पायलट ने भी ऐसा किया था, लेकिन वह समझौता कर लिए। राहुल गांधी का कांग्रेस को स्थापित करने वाले लोगों को दोषी ठहराना गलत है।”
अठावले ने कहा कि भाजपा की अगुवाई में अभी कई वर्षों तक सत्ता में एनडीए की सरकार रहेगी। अगले लोकसभा चुनाव में 350 से अधिक सीटें जीतने की उम्मीद जताई। केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्य मंत्री ने कहा, “भाजपा आज जनता की पार्टी है। सभी जाति, संप्रदाय और धर्म के लोग भाजपा में शामिल हो रहे हैं। यह आने वाले चुनावों में जीत हासिल करती रहेगी और कांग्रेस का सफाया करेगी।”
सिब्बल और आज़ाद कांग्रेस के उन 23 बड़े नेताओं में शामिल थे, जिन्होंने पार्टी में बदलाव के लिए अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा था।