राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में रविवार सुबह चेतावनी स्तर के नजदीक बह रही यमुना नदी का जलस्तर अब धीरे-धीरे कम हो रहा है। सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि सुबह 9 बजे पुराने रेलवे पुल पर जलस्तर 203.98 मीटर था। यह शनिवार रात 7 बजे 204.14 मीटर और शुक्रवार शाम पांच बजे 204.41 मीटर था। चेतावनी स्तर 204.50 मीटर और खतरे का निशान 205.33 मीटर है।
हरियाणा के यमुनानगर जिले के हथनीकुंड बैराज से सुबह 8 बजे 4,353 क्यूसेक की दर से यमुना में पानी छोड़ा जा रहा था। शनिवार को 11 बजे प्रवाह की दर 11,445 क्यूसेक थी, जो पिछले 24 घंटों में अधिकतम थी। अधिकारी ने कहा, ‘पिछले दो दिनों से प्रवाह की दर 4,000 क्यूसेक और 15,000 क्यूसेक के बीच बनी हुई है, जो बहुत अधिक नहीं है।’ एक क्यूसेक 28.32 लीटर प्रति सेकंड के बराबर होता है।
बैराज से छोड़ा गए पानी को आम तौर पर राजधानी तक पहुंचने में दो-तीन दिन लगते हैं। इस पानी से दिल्ली को पेयजल मिलता है। दिल्ली और आसपास के इलाकों में बारिश के कारण शुक्रवार को जलस्तर बढ़ गया। पूर्वी दिल्ली जिला प्रशासन ने स्थिति पर नजर रखने के लिए 24 नौकाएं तैनात की हैं। इनमें से प्रत्येक पर दो गोताखोर तैनात हैं। साथ ही अतिरिक्त नौकाएं और गोताखोर तैयार रखे गए हैं। आम तौर पर हथनीकुंड बैराज में प्रवाह की दर 352 क्यूसेक है, लेकिन जलग्रहण क्षेत्रों में भारी वर्षा के बाद छोड़ा जाने वाला पानी बढ़ जाता है।