दिल्ली की आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (BJP) के जनांदोलन में शामिल होने के दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता के अनुरोध पर सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे (Anna Hazare) ने शुक्रवार को भेजे अपने जवाब में कहा है कि जब तक व्यवस्था नहीं बदली जाती, तब तक स्थिति में कोई बदलाव नहीं होगा और उनके दिल्ली आने से भी इसमें कोई अंतर नहीं आएगा।
अन्ना हजारे ने अपने पत्र में लिखा, “मुझे लगता है कि यहां तब तक कोई बदलाव नहीं आएगा, जब तक सिस्टम में कोई बदलाव नहीं होता है, तब तक मेरे दिल्ली आने पर भी कोई फर्क नहीं पड़ेगा।”
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने सोमवार को सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे को पत्र लिखकर उनसे AAP के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ अपनी पार्टी के “जन आंदोलन” में शामिल होने का आग्रह किया था।
अन्ना ने अपने पत्र में कहा, “मैं आपके पत्र से बहुत निराश हूं। आपकी राष्ट्रीय पार्टी पिछले छह वर्षों से अधिक समय से देश पर शासन कर रही है और आप देश की सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा करते हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आप एक 83 वर्षीय ऐसे व्यक्ति जो 10×12 फीट कमरे में रह रहा है और जिसके पास पैसा और ताकत भी नहीं है आप उससे मदद मांग रहे हैं।
उन्होंने पूछा कि दिल्ली सरकार के कई मामले केंद्र सरकार के अधीन आते हैं जैसे सीबीआई, आर्थिक अपराध और व्यापार। प्रधानमंत्री ने हमेशा भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करने का दावा किया। अगर दिल्ली सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त है, तो आपकी सरकार उनके खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है? या भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने के आपके वादे थोथे थे?
अन्ना हजारे ने कहा कि उनका किसी पार्टी या पद से कोई लेना-देना नहीं है। वह गांवों, समाज और देश के कल्याण के लिए विरोध प्रदर्शन करते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि भारत की कोई भी पार्टी भारत को उज्ज्वल भविष्य दे सकती है।
उन्होंने कहा कि 2011 में दिल्ली में भ्रष्ट सरकार के खिलाफ एक विरोध प्रदर्शन किया गया था, तब आपकी पार्टी 2014 में देश को भ्रष्टाचार से मुक्त करने के वादे के साथ सत्ता में आई थी, लेकिन उसके बाद भी कुछ नहीं बदला। मुझे लगता है कि देश में कोई पार्टी नहीं है जो भारत को एक उज्ज्वल भविष्य दे सके।