अयोध्या में राम जन्मभूमि में विराजमान रामलला के पुजारी भी कोरोना से संक्रमित होते जा रहे हैं। अब एक और सहायक पुजारी प्रेम कुमार तिवारी भी कोरोना पाॅजिटिव मिले हैं। इसके पहले सहायक पुजारी प्रदीप दास भी कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। इसके बाद रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सतेंद्र दास का भी कोरोना टेस्ट कराया गया है। हालांकि उनकी जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है इसके बाद भी उन्हें अभी पूजा से दूर रखा गया है।
राम जन्मभूमि में प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास के साथ-साथ चार पुजारी राम लला की सेवा करते हैं। इन्हीं चार पुजारियों में से दो को कोरोना हाे चुका है। पहले प्रदीप दास और अब प्रेम कुमार तिवारी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई है। प्रदीप दास को होम क्वारनटीन कर दिया गया था। इसके अलावा पहले मंदिर की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी भी कोरोना संक्रमित पाए गए थे, जिन्हें क्वारनटीन किया गया है।
अयोध्या में दर्शन हॉस्पिटल को मुख्य कोविड हॉस्पिटल बनाया गया है, जो कि राम जन्मभूमि से सात से आठ किलोमीटर की दूरी पर है। अयोध्या जिला अस्पताल में सिर्फ कोरोना टेस्ट किया जाता है। वहां कोविड मरीजों को भर्ती नहीं किया जाता है।
राम जन्मभूमि मंदिर का भूमि पूजन कार्यक्रम 5 अगस्त को होने वाला है। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद शिरकत करने वाले हैं। कोरोना के कारण भूमि पूजन कार्यक्रम के लिए अधिक लोगों को न्योता नहीं जा रहा है। सिर्फ चुनिंदा लोगों को ही शिलान्यास कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है।
राम मंदिर भूमि पूजन की तैयारियों का जायजा लेने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को अयोध्या पहुंचे। यहां आने के बाद उन्होंने सबसे पहले हेलीकॉप्टर से अयोध्या का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके बाद वे राम जन्मभूमि परिसर के लिए रवाना हो गए। पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन करने वाले हैं। सीएम योगी ने इसी कार्यक्रम से जुड़ी तैयारियों की जानकारी ली।
इसके अलावा सीएम योगी ने राम जन्मभूमि परिसर में 5 अगस्त को होने वाले भूमि पूजन की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने रामलला का दर्शन भी किया। वे हनुमानगढ़ी भी गए। यहां पर सीएम योगी ने पूजा-अर्चना की और आरती भी दिखाई। अपने इस यात्रा के दौरान सीएम योगी ने देशवासियों से 4 और 5 अगस्त को दिवाली मनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि हर घर में दीप जलाए जाएं और रामचरित मानस का पाठ किया जाए।