बरेली। कार्यालय संवाददाता
- Last updated: Sat, 25 Apr 2020
काल का नाम ही काफी है। इन दिनों कोरोना वायरस काल का नाम सुनते ही डॉक्टरों के भी माथे पर चिंता की लकीरें नजर आने लगती हैं। किसी से कह दिया जाए तुमको कोरोना है। वह भी रेल कंट्रोल वायरलेस से मैसेज जारी हो जाए। फिर तो उस व्यक्ति से हर कोई डरेगा।ऐसा ही रेलवे में देखने को मिला है।
गोंडा रेल गेस्ट हाउस में रुके तीन लोको पायलट में कोरोना वायरस संक्रमण की अफवाह उड़ा के चार अन्य कर्मचारियों को भी संकट में डाल दिया गया। गेस्ट हाउस के एक कर्मचारी को सस्पेंड किया गया है, जबकि जिस मालगाडी से दोनों लोको पायलट रोजा स्टेशन तक आये थे। उस मालगाडी के दोनों लोको पायलट और गार्ड का भी मेडिकल टेस्ट हुआ। हालांकि पांचों में कोरोना की पुष्टि नहीं हुई है। मगर पांचों कर्मचारियों को 14-14 दिन को होम क्वारन्टीन के निर्देश दिए गए हैं।
रेल सूत्रों के मुताबिक, सहायक लोको पायलट अरविंद प्रसाद, रामचन्द्र और नीरज राठौर रोजा से गोंडा तक लाइन रूट का निरीक्षण कर रहे थे। शुक्रवार को तीनों गोंडा रेस्ट हाउस में रुके थे। बताया जाता है कि नीरज राठौर के पैर में दर्द हो रहा था, उन्होंने पेन किलर खाली। जिसके बाद उन्हें नशा होने लगा। वहां के कर्मचारियों ने अफवाह उड़ा दी, नीरज राठौर को कोरोना वायरस हो गया है। उनके साथ में रामचन्द्र और अरविंद प्रसाद भी संक्रमित हो सकते हैं।