ब्यूरो,
एक राष्ट्र-एक चुनाव को आम जनमानस का मुद्दा बनाने हेतु इन्दिरागांधी प्रतिष्ठान में सम्मेलन हेतु आयोजन समिति की बैठक संपन्न
श्री अनूप गुप्ता ने ने कहा कि आजादी के बाद देश में 1967 तक लोकसभा और सभी राज्यों की विधानसभाओं के चुनाव एक साथ होते थे। लेकिन बाद में यह चुनाव अलग-अलग होने लगे, जिससे देश के विकास पर भी प्रभाव पड़ा और अलग-अलग चुनाव होने से सरकारी खजाने पर खर्च का बोझ भी पड़ा। उन्होंने कहा वन नेशन-वन इलेक्शन (व्छव्म्) राष्ट्रहित का विषय है। हमारा यह प्रयास होना चाहिए कि समाज का प्रत्येक वर्ग और समूह एक राष्ट्र-एक चुनाव के समर्थन में एकजुट होकर आगे आए।
उन्होंने कहा कि एक राष्ट्र-एक चुनाव का विषय किसी एक दल के नही बल्कि देश के लिए जरूरी है एक राष्ट्र-एक चुनाव। उन्होंने कहा कि वर्तमान में ऐसा काई साल नही गुजरता जब देश के किसी न किसी राज्य में चुनाव न हो रहे हो। जिसका परिणाम यह होता है कि देश का समय और धन अनेको बार खर्च होता है। बार-बार होने वाले चुनावों के लिए लगने वाली आचार संहिता के चलते सभी विकासात्मक गतिविधियां ठप हो जाती है। सभी विभागों के कर्मचारी चुनाव कराने में व्यस्त रहते है। इसलिए एक राष्ट्र-एक चुनाव आज देश के विकास की गति को और तेज करने के लिए आवश्यक बन गया है।
एक राष्ट्र-एक चुनाव की प्रदेश समिति के सहसंयोजक श्री अनूप गुप्ता ने बैठक में वन नेशन-वन इलेक्शन के संदर्भ में प्रदेश में अब तक सम्पन्न हुई गतिविधियों, कार्यक्रमों के संदर्भ में विस्तार पूर्वक चर्चा की। बैठक में एनजीओ प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक एवं लखनऊ सामाजिक संगठन कार्यक्रम के संयोजक श्री संदीप शाही, आईटी प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक श्री कामेश्वर मिश्रा, भाजपा नेता श्री अभिषेक कौशिक सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि श्रीमती अनीता वर्मा, श्रीमती मीनाक्षी तोमर, डा. प्रवीण सिंह जादौन, डा. राजेश श्रीवास्तव, डा. रंजना सिंह, डा. भानु, डां अंजु गुप्ता, श्रीमती मीनू सिंह, श्री रवि दुबे, श्री शत्रुहन सिंह राठौर, श्री अभिषेक कुमार सिंह, श्रीमती नीशु त्यागी, श्री सरदार कंवर सिंह, श्री सौरभ मिश्रा, श्री पीके गुप्ता, श्री अरूण प्रताप सिंह, श्री टीपी सिंह, श्रीमती शालिनी सिंह, श्री संजय श्रीवास्तव, श्री विकास सिंह सम्मिलित रहे।
एक राष्ट्र-एक चुनाव की प्रदेश समिति के सहसंयोजक श्री अनूप गुप्ता ने बताया कि वन नेशन-वन इलेक्शन (व्छव्म्) को व्यापक समर्थन मिले और समाज इसके पक्ष में आगे बढ़कर आए इसके लिए प्रदेश में कई कार्यक्रम सम्पन्न हो चुके है। आगामी 07 अप्रैल को सामाजिक संगठनों द्वारा राजधानी लखनऊ में वन नेशन-वन इलेक्शन (व्छव्म्) के समर्थन में सेमिनार आयोजित करेंगे। जबकि 09 अप्रैल को प्रयागराज में विधि विशेषज्ञों का कार्यक्रम उत्तर प्रदेश एडवोकेट फोरम द्वारा आईएमए सभागार प्रयागराज में आयोजित किया जाएगा। प्रयागराज में उपरोक्त विधि विशेषज्ञों के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उच्चतम न्यायालय के रिटार्यड न्यायाधीश श्री कृष्णमुरारी जी एवं अध्यक्षता उच्च न्यायालय इलाहाबाद के रिटार्यड न्यायाधीश श्री शंभूनाथ श्रीवास्तव जी करने वाले है। कार्यक्रम का संयोजक पूर्व महाअधिवक्ता श्री राघवेन्द्र सिंह जी एवं श्री अखिलेश अवस्थी कर रहे है। मेरठ विश्वविद्यालय में 13 अप्रैल को छात्रों, युवाओं से संवाद का एक बड़ा कार्यक्रम वन नेशन-वन इलेक्शन (व्छव्म्) के समर्थन में होगा। प्रदेश के अन्य जिलों में भी महिलाओं/युवाओं द्वारा विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाने की योजना बनी है।