गाजियाबाद पुलिस लाइन के पास चिरंजीव विहार इलाके में मंगलवार तड़के कई हथियारबंद बदमाश एक घर में घुस गए और बंदूक की नोंक पर परिवार के लोगों को बंधक बनाकर गहने और नकदी समेत 13 लाख रुपये का सामान लेकर फरार हो गए। घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि यह भी जांच की जा रही है कि कहीं कोई जानकार व्यक्ति ही तो इस डकैती के पीछे तो नहीं था।
पीड़ित परिवार ने बताया कि कम से कम छह हथियारबंद लोग मंगलवार तड़के करीब 1.30 बजे चिरंजीव विहार के सेक्टर-9 स्थित उनके घर में घुस आए और शोर मचाने या पुलिस को बुलाने की कोशिश करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी देते हुए लगभग 4 बजे वहां से चले गए। चिरंजीव विहार क्षेत्र की गाजियाबाद की हरसांव पुलिस लाइन के करीब है। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब कोविड-19 के मद्देनजर रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक कर्फ्यू लगा हुआ था और पुलिस की गश्त बढ़ी हुई है।
पीड़ित मकान मालिक कंचन शर्मा ने कहा कि लुटेरे खिड़की की ग्रिल को काटकर घर में दाखिल हुए थे। वे छह की संख्या में थे और उनके पास हथियार और चाकू थे। हमारे परिवार में बच्चों सहित कुल 11 सदस्य हैं और हम सभी सो रहे थे। घर में घुसने के बाद उन्होंने बंदूक की नोंक पर बच्चों को बंधक बना लिया और एक 10 महीने के बच्चे को गोद में उठा लिया और हम सभी को मुंह बंद रखने की धमकी दी। उन्होंने बेडशीट को फाड़कर कपड़े से हमारे मुंह को कसकर बंद कर दिया था। कंचन ने कहा कि उसकी शादीशुदा बहन अपने परिवार के साथ सोमवार को उससे मिलने आई थी। परिवार ने कहा कि उन्होंने एक लड़की सहित परिवार के कई सदस्यों को पीटा।
बदमाशों ने हमारे मुंह को बांधकर हम सभी को बाथरूम में बंद कर दिया। सभी बदमाश 35-40 साल की उम्र के थे और वे स्थानीय बोली में नहीं बोल रहे थे और पूर्वी उत्तर प्रदेश से लगते थे। हमारे घर में तोड़फोड़ करने के बाद उन्होंने हमें फिर से बाथरूम से बाहर निकाला और आखिरकार हमें एक कमरे में बंद कर दिया। जाते समय उन्होंने धमकी देते हुए कहा कि जब तक वे उनकी गाड़ी में बैठकर घर से बाहर नहीं निकल जाते तब तक परिवार के लोग शोर नहीं मचाएं या बाहर निकलने की कोशिश नहीं करें।
कंचन शर्मा ने कहा कि उन्होंने अपने पति और परिवार के पांच अन्य सदस्यों को 2013 में केदारनाथ में आई बाढ़ के कारण खो दिया था। मंगलवार को सुबह 4 बजे बदमाशों के हमारे घर से जाने के बाद हमने पुलिस को फोन किया, लेकिन पुलिस ने फोन नहीं उठाया और घटना के बारे में उन्हें सूचना देने के लिए हमें स्थानीय पुलिस चौकी पर जाना पड़ा। हमारे शुरुआती अनुमान के अनुसार, लुटेरे 11 लाख रुपये के गहनों के अलावा लगभग 2 लाख रुपये नकद भी लूटकर ले गए। उन्होंने कहा कि मेरे पिता ने सोमवार को ही बैंक से पैसे निकाले थे।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कलानिधि नैथानी ने कहा कि घटना के दौरान लुटेरे गहने और नकदी लेकर भाग गए। घटना की जांच के लिए हमने कई टीमें बनाई हैं और सीसीटीवी फुटेज खंगाल रहे हैं। घर के सीसीटीवी काम नहीं कर रहे थे। परिजनों ने हमें बताया कि 5-6 लुटेरे आए और गहने व नकदी लेकर चले गए। एसएसपी ने संवाददाताओं से कहा कि हम मामले की जांच कर रहे हैं और यह भी पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि इसमें किसी जानकार व्यक्ति की संलिप्तता तो नहीं है। हालांकि, उन्होंने यह बताने से इनकार कर दिया कि क्या इलाके में पुलिस की गश्त का अभाव है।