देश में पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड 28,498 कोरोना संक्रमित मिले हैं और इसके साथ ही कुल संक्रमितों की संख्या 9 लाख के आंकड़े को पार कर 906752 हो गई। इसमें 3,11,565 मामले सक्रिय हैं। इस दौरान 553 लोगों की मौत हो गई और मृतकों की संख्या बढ़कर 23727 हो गई है। अब तक 571460 मरीज कोरोना को हरा चुके हैं। कोरोना महामारी से सर्वाधिक प्रभावित महाराष्ट्र में संक्रमितों का आंकड़ा 260924 पर पहुंच गया है तथा 10482 लोगों की मौत हुई है। राज्य में 144507 लोग संक्रमणमुक्त हुए हैं।
वहीं आने वाले दिनों में बेंगलुरु और पुणे समेत कई शहरों के अधिकारी अलग-अलग अवधियों के लिए लॉकडाउन पुन: लागू करने की तैयारी कर रहे हैं। उधर राजधानी दिल्ली में स्थिति में कुछ सुधार दिखाई दिया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने सप्ताहांतों में शनिवार, रविवार को पूरे राज्य में कड़ी पाबंदियां लागू करने का फैसला किया है। इससे पहले कर्नाटक और तमिलनाडु ने रविवार का लॉकडाउन लगा रखा है।
असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय और बिहार जैसे राज्यों ने अलग-अलग अवधियों में क्षेत्रवार लॉकडाउन की घोषणा की है। कर्नाटक सरकार ने बेंगलुरु में 14 जुलाई से सात दिन के लिए पूरी तरह लॉकडाउन का ऐलान किया है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने मदुरै और आसपास के क्षेत्रों में पाबंदियां 14 जुलाई तक बढ़ा दी हैं। महाराष्ट्र सरकार ने पहले ही पुणे और पिंपरी-चिंचवाड़ में 13 से 23 जुलाई तक व्यापक लॉकडाउन की घोषणा की थी। राज्य सरकार ने मुंबई के आसपास के क्षेत्रों में भी इसी तरह बंद की घोषणा की थी।
कश्मीर में भी अधिकारियों ने रविवार को लॉकडाउन के एक और चरण के सख्ती से क्रियान्वयन की शुरूआत की तथा ऐतिहासिक लाल चौक को पूरी तरह बंद कर दिया। श्रीनगर के 67 अन्य क्षेत्रों को भी बंद कर दिया गया है जिन्हें पिछले एक सप्ताह में कोविड-19 के मामले अचानक से बढ़ने के बाद निषिद्ध क्षेत्र घोषित किया गया है। हालांकि दिल्ली में खबरें कुछ सकारात्मक हैं जहां रविवार को कोविड-19 के मामलों की संख्या लगातार दूसरे दिन 2,000 से कम रही।
वहीं संक्रमितों के ठीक होने की दर करीब 80 प्रतिशत होने के साथ अधिकारियों ने यहां स्टेडियमों में अस्थायी कोरोना वायरस देखभाल केंद्र बनाने की योजना अभी स्थगित कर दी है। राष्ट्रीय राजधानी में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 1,573 नये मामले सामने आए, जिससे मामलों की संख्या बढ़कर 1,12,494 हो गयी, जबकि इस बीमारी से एक दिन में 37 लोगों की मृत्यु के बाद मरने वालों की संख्या 3,371 पहुंच गई। दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के एक बुलेटिन में यह जानकारी दी गई है।