इंडिया ग्लोबल वीक 2020 का उद्घाटन करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा है कि दुनिया की अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने में भारत की अग्रणी भूमिका होगी। उन्होंने कहा कि यह पुनर्जीवित करने का समय है और यह स्वभाविक है कि वैश्विक पुनर्जीवन को भारत के साथ जोड़ा जा रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि भारतीयों में असंभव को प्राप्त करने का जज्बा है। हम भारतीय अर्थव्यवस्था में रिकवरी के संकेत देख रहे हैं। मोदी ने कहा, ”भारत दुनिया की सबसे खुली अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। हम भारत में मौजूदगी के लिए सभी ग्लोबल कंपनियों के लिए रेड कार्पेट बिछा रहे हैं। भारत में जिस तरह की संभावनाएं हैं वैसी बहुत कम देशों में मिलेंगी।”
पीएम मोदी ने कहा, ”दुनियाभर में आपने भारतीय टैलेंट के योगदान को देखा है। भारतीय टेक इंडस्ट्री और टेक प्रफेशनल्स को आप नहीं भूल सकते हैं। वे दशकों से रास्ता दिखा रहे हैं। भारत योग्यताओं का पावर हाउस है जो योगदान देने को उत्सुक है।”
ब्रिटेन द्वारा आयोजित इस डिजिटल कार्यक्रम में ‘आत्मनिर्भर भारत’ पर एक ऐसी प्रस्तुति दी जाएगी जिसे पहले कभी नहीं देखा गया है। इसमें 30 देशों के 5000 वैश्विक प्रतिभागियों को, 75 सत्रों में 250 वैश्विक वक्ता संबोधित करेंगे।
इस आयोजन में भाग लेने वाले अन्य वक्ताओं में विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर, रेल, वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल जी.सी. मुर्मू , ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु और आध्यात्मिक नेता श्री श्री रविशंकर शामिल हैं। ब्रिटेन के विदेश मंत्री डॉमिनिक राब और गृह सचिव प्रीति पटेल, भारत में अमेरिकी राजदूत केन जस्टर भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।
इस कार्यक्रम में मधु नटराज की ‘आत्मनिर्भर भारत’ पर एक शानदार प्रस्तुति होगी और सुप्रसिद्ध सितार वादक पंडित रविशंकर के 100वें जन्मदिन पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके तीन प्रतिष्ठित छात्र संगीत का एक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे। लंदन में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, आयोजकों का अनुमान है कि इस कार्यक्रम में उद्योग और सामरिक विषयों के करीब 250 वक्ता भाग लेंगे और विश्व के कोने-कोने के 5000 से अधिक दर्शकों के समक्ष अपनी बात रखेंगे।