कोरोना के बढ़ते कहर को देखते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस वर्ष सभी धर्म गुरुओं ने मुस्लिम भाइयों से घर पर ही रहकर नमाज वगैरह अदा करने की अपील की है। यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी कोई कार्यक्रम/आयोजन न हो। सामूहिक कार्यक्रम न हो, क्योंकि इससे कोरोना संक्रमण फैलने की पूरी सम्भावना है। उन्होंने कहा कि आगामी 30 जून तक किसी भी सार्वजनिक समारोह की अनुमति न दी जाए। उसके बाद परिस्थितियों पर विचार करते हुए कोई निर्णय लिया जाएगा।
यूपी का हॉटस्पॉट मॉडल सबसे लोकप्रिय
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा कोरोना वायरस को नियंत्रित करने के उद्देश्य से लागू किये गये लॉकडाउन के निर्णय की विश्व में सराहना हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोरोना प्रभावित क्षेत्रों को हॉटस्पॉट के रूप में चिन्हित करते हुए संक्रमण से बचाव के लिए अपनाई जा रही रणनीति अत्यन्त प्रभावी सिद्ध हो रही है। हॉटस्पॉट का यह ‘यूपी माडल’ काफी लोकप्रिय हुआ है। हॉटस्पॉट क्षेत्रों में केवल मेडिकल, सेनिटेशन तथा होम डिलीवरी टीमें ही जाएं।
राज्य कराएं स्क्रीनिंग व टेस्टिंग
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे लोगों की स्क्रीनिंग व टेस्टिंग कराते हुए संबंधित राज्य सरकारें इन श्रमिकों को वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू करेंगी। वे राज्य की सीमा तक इन श्रमिकों को पहुंचाएंगी। इसके बाद उन्हें बस के द्वारा इनके जिले में भेजा जाएगा। ये लोग जिस जनपद में जाएंगे, वहां 14 दिन क्वारंटीन करने के लिए पूरी व्यवस्थाएं समय से की करने के निर्देश मुख्यमंत्री ने अफसरों को दिए हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए शेल्टर होम/आश्रय स्थल को खाली कर सैनिटाइज किया जाए। शेल्टर होम पर कम्युनिटी किचन के सुचारू संचालन के लिए सभी प्रबन्ध सुनिश्चित किए जाएं, ताकि इन लोगों के लिए ताजे व भरपेट भोजन की व्यवस्था हो सके।