उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के 12 हजार से अधिक कोचिंग छात्रों की कोटा से वापसी के बाद अब मध्य प्रदेश भी अपने बच्चों को वापस ला रहा है। मध्य प्रदेश सरकार ने लगभग 143 बसों के जरिए कोटा में कोचिंग करने वाले लगभग चार हजार छात्रों को वापस ला रहा है। वहीं, गुजरात सरकार और दमन और दीव केंद्र शासित प्रदेश भी कोटा गए अपने छात्रों को बस के जरिए वापस लाएंगे। मध्य प्रदेश की ओर से भी कोटा में कोचिंग करने गए छात्रों को वापस लाने के फैसले के बाद बाकी राज्यों में भी छात्रों की वापसी की मांग हो रही है।
NEET की तैयारी करने वाली दतिया जिले की प्रगति प्रधान ने बताया कि कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए हम अपने घरों को लैटना चाहते हैं ताकि हम अपने परिवारों के साथ रह सकें क्योंकि उनको हमारी चिंता है। छात्रा ने कहा कि उसे यहां पर भोजन की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि मेस बंद है जिसके बाद वो लोग दूसरे से खाना ले लेकर खाते हैं। वहीं, मध्य प्रदेश के ग्वालियर से नीट की तैयारी के लिए कोटा पहुंची दूसरी छात्रा साक्षी तिवारी ने कहा कि लॉकडाउन के कारण पीछले एक महीने से कोचिंग क्लासेस बंद है और हमारे पाठ्यक्रम भी पूरे हो गये हैं और परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं।
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इसलिए इस संक्रमण काल में घर से पहुंचने से बेहतर कुछ भी नहीं हो सकता है। कोटा से छात्रों को वापस भेजे जाने की जानकारी देने वाले संभागीय आयुक्त एलएन सोनी ने बताया कि मंगलवार शाम को ही बस कोटा पहुंची थी और आज छात्रों को लेकर मध्य प्रदेश के लिए रवाना हो गई है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के कुल 4000 छात्र आज दिन भर चरणबद्ध तरीके से भेजे जाएंगे। उन्होंने कहा कि कोटा से जाने वाले सभी छात्रों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई है।
इसके अलावा छात्रों को भोजन, पीने का पानी, मास्क और सैनिटाइजर भी उपलब्ध कराया गया है। वहीं कोचिंग संस्थान के अधिकारियों ने बताया कि यह बसें शिवपुरी, आगर, राजगढ़ गुना, नीमच और श्योपुर जिले की हैं। इसी बीच सोनी ने बताया कि गुजरात, दमन-दीव से भी लगभग 15 बसें आज रात कोटा पहुंचेंगी, जिसमें लगभग 400 छात्रा भेजा जाएंगे।